मनचलों से मुक्ति ! अब खुली हवा में सांस ले सकेंगी बेटियां

 कल तक सिर झुका कर चलने को मजबूर छात्राएं अब सिर उठा कर चलेंगी। बंदिश में बेटियां खबर मिडिया में प्रमुखता से प्रकाशित होने पर प्रशासन पर इसका असर हुआ है और सोया हुआ प्रशासन नींद से जाग गया

Update: 2017-10-28 14:54 GMT
मनचलों से मुक्ति ! अब खुली हवा में सांस ले सकेंगी बेटियां

शामली: कल तक सिर झुका कर चलने को मजबूर छात्राएं अब सिर उठा कर चलेंगी। newstrack.com ने 'बंदिश में बेटियां' शीर्षक से इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद प्रशासन पर इसका असर हुआ और सोया हुआ प्रशासन नींद से जाग गया। बेटियों के लिए प्रशाशन ने ई-रिक्शा की व्यवस्था की है और जल्द ही एक एन.जी.ओ के माध्यम से छात्राओं को उनके स्कूल लाने ले जाने के लिए बस की व्यवस्था की जाएगी।

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मनचलों से मुक्ति ! अब खुली हवा में सांस ले सकेंगी बेटियां

आपको बता दे कि शामली के गांव गोहरनी से छात्राएं को ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर शहर के हिन्दू कन्या इंटर कॉलेज में जाना पड़ता है। शोहदों के डर से ट्रैक्टर ट्राली में सर झुका छ़ात्राएं स्कूल पहुंचती रहीं है। इस खबर को मिडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसका असर अब प्रशासन पर हुआ है। प्रशासान ने इन छात्रों के लिए स्कूल लाने ले जाने के लिए ई रिक्शा की व्यवस्था की है । साथ ही यह भी कहा है कि आने वाले दिनों में उनके लिए एक एन.जी.ओ. के माध्यम से बस की भी व्यवस्था की जाएगी।अब छात्राए सिर उठाकर खुशी खुशी अपने स्कूल जा रही है।

क्या कहना है छात्राओं का ?

गांव गोहरनी निवासी छात्रा शिवानी ने खुश होकर बताया कि अब बहुत अच्छा लग रहा है। हमें सर झुकाना नही पड़ेगा। इतने दिनों से हमें सर झुका कर आना पड़ रहा था। अब बहुत अच्छा हो गया। वही गांव गोहरनी निवासी छात्रा पिंकी ने भी बताया कि सरकार ने हमारे लिए आटो लगाई है। कुछ दिन बाद बस लगवायेगें। उसके बाद देखो क्या होता है। फिलहाल तो बहुत अच्छा लग रहा है।

ई रिक्शा चालक ने बताया कि वह इन छात्रों को गांव से उनके स्कूल छोड़ने के लिए जा रहे है। गांव से छात्राओं के स्कूल की दूरी 5 किलोमीटर है जिसके लिए वो दस रुपए छात्र के हिसाब से लेंगे। जब उनसे पूछा गया कि छात्राओं को ले जाने के लिए तुम्हे पैसे कौन देगा तो चालक ने बताया कि पुलिस के जो अधिकारी खड़े पैसे वो ही देंगे और उन्होंने ही छात्राओं को स्कूल ले जाने के लिए उन्हें कहा है।

ई रिक्शा चालक बॉबी

क्या कहना है ई रिक्शा चालक का ?

ई रिक्शा चालक बॉबी ने बताया कि छात्राओ को गाँव गोहरनी से हिन्दू कन्या कॉलेज में लेकर जा रहे है। इसके लिए हमें पुलिस वालो ने कहा है। इनको ले कर जाओ किराया हम देंगें। यहाँ से 5 किलोमीटर के लगभग कालिज पडता है। हमे तो एक लडकी के 10 आने के व 10 जाने के पुलिस वाले देगें।

अशोक कुमार सी.ओ.सिटी

क्या कहना है पुलिस का ?

सीओ सिटी अशोक कुमार ने बताया कि गौहरनी गांव से यहां एक इन्टर कालेज में छात्रायें पढ़ने आती थी। पहले अपने वाहन ट्रैक्टर ट्राली से आती थी। उनके लिए हम लोगो ने ई रिक्शा की व्यवस्था की है। और गांव वालों व एक एन.जी.ओ. के माध्यम से उनके लिए बस की भी व्यवस्था बहुत जल्द की जाएगी।

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