Lucknow News: राजधानी में स्मैकिया उखाड़ ले गए सुंदरीकरण का सामान, सोते रह गए सुरक्षा कर्मी

Lucknow News: लखनऊ में पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों के कागज पर अच्छे दिन चल रहे है। जबकि राजधानी के हुसैनाबाद में स्थित हेरिटेज जोन क्लॉक टॉवर, रूमी दरवाजा, पिक्चर गैलरी, बडा इमामबाड़ा आदि के पास स्थित, लाइट के पोल, लाइट, गेट आदि गायब है।

Report :  Prashant Dixit
Update: 2023-01-09 02:34 GMT

हैरिटेज जोन से गायब पोल और लाइट (फोटों: आशुतोष त्रिपाठी)

Lucknow News: लखनऊ में पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों के कागज पर अच्छे दिन चल रहे है। जबकि राजधानी के हुसैनाबाद में स्थित हेरिटेज जोन क्लॉक टॉवर, रूमी दरवाजा, पिक्चर गैलरी, बडा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाडा आदि के पास स्थित, लाइट के पोल, लाइट, गेट आदि गायब है। जबकि दूसरी तरफ सफाई के अभाव में गंदगी से ये हेरिटेज जोन पटा पड़ा है। जबकी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट और जी20 की बैठक में विदेशी मेहमानों को वहा घुमाने की तैयारी की जा रही है।


स्मैकिया चुरा ले गए लाइट और पोल

लखनऊ में एहिहासिक इमारतें बदहाली के दिन गिन रही है। उसी तरह हुसैनबाद ट्रस्ट की देख रेख में संचालित रूमी दरवाजा, बड़ा इमामबाड़ा और क्लॉक टॉवर आदि के बाहर लगी कुछ लाईट और खंबे गायब है। वहा आसपास के निवासियों से बात करने पर पता चला वह लाइट और पोल लंबे समय से गायब है। जिनको कबाड़ी और वहीं पर रहने वाले स्मैकिया चोरी कर ले लगाए है। जिसके बाद से वहा पर न लाईट लगी और न सुरक्षा का कोई सही इंतजाम हुआ। सफाई के नाम पर एक दो दिन में यहां पर सफाई कर्मचारी झाडू लगाते है।



हैरिटेज जोन मेहमानों को घुमाने की तैयारी

आपको बता दें कि राजधानी लखनऊ में अगले महीने होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट और जी20 की बैठक में विदेशी मेहमानों को शहर घुमाने की तैयारी की जा रही है। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट और जी20 की बैठक में आएं देश और विदेश के मेहमानों को शहर के आकर्षक हेरिटेज जोन में बग्घी, तांगे और विंटेज कारों आदि से घुमाने की तैयारी है। जबकि अभी तक हुसैनाबाद हेरिटेज जोन क्लॉक टॉवर, रूमी दरवाजा, पिक्चर गैलरी, बडा इमामबाड़ा, आदि के पास कोई न सफाई की गई व न टूटी चीजों की मरम्मत की गई है।



पोलैंड और टर्की से आई लाइटें और पोल

इस हेरिटेज जोन प्रॉजेक्ट में एलडीए ने 33 करोड़ रुपये लाइटिंग पर खर्च किए थे। यहां एक साथ लगी दो लाइटों की कीमत 5.60 लाख रुपये तो सिंगल लाइट 1.80 लाख की है। इन्हें विदेश से मंगवाया गया था। काले रंग के मुड़े पोल पोलैंड से मंगवाए गए व उनमें लगी लाइटें टर्की से आई थी। वहीं एलडीए ने तालाब की सीढ़ियां बनवाने में 4 करोड़ और यहां म्यूजिक सिस्टम लगवाने में 8 करोड़ रुपये खर्च किए थें। आज इन सबकी हालत बदहाल हो चुकी है।



Tags:    

Similar News