Sonbhadra: दवाओं को जलाने के मामले में फार्मासिस्ट निलंबित, सीएमओ ने की कार्रवाई
Sonbhadra News Today: नगवां सीएचसी परिसर में दवाएं जलाने के मामले में फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है। सीएमओ डा. आरएस ठाकुर की तरफ से यह कार्रवाई की गई।
Sonbhadra: नक्सल प्रभावित और दुरूह क्षेत्र के बाशिंदों को बेहतर इलाज सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्थापित नगवां सीएचसी परिसर (Nagwan CHC Complex) में दवाएं जलाने के मामले में फार्मासिस्ट को निलंबित (Pharmacist suspended) कर दिया गया है। मामले में कुछ और कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है। मामले में आई जांच रिपोर्ट के आधार पर बृहस्पतिवार की देर शाम सीएमओ डा. आरएस ठाकुर (CMO Dr. RS Thakur) की तरफ से यह कार्रवाई की गई। इससे जहां स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप की स्थिति बनी रही। वहीं इस मामले को लेकर कुछ और लोगों पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही थी।
गत सोमवार की देर शाम सामने आया था मामला
बताते चलें कि गत सोमवार की देर शाम नगवां पीएचसी परिसर में कूड़े के ढेर पर दवाएं रखकर जलाए जाने का कथित वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया था। इस मामले में जहां डीएम चंद्र विजय सिंह की तरफ से जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। वहीं मामले की पूरी रिपोर्ट भी तलब की गई थी। वायरल वीडियो के जरिए मिली जानकारी और डीएम से मिले निर्देश के क्रम में सीएमओ डा. आरएस ठाकुर की तरफ से अपर सीमएओ आरजी यादव और डिप्टी सीएमओ डा. सूबेदार के मौजूदगी टीम मौके पर भेजकर जांच कराई गई। जांच के बाद जांच टीम की तरफ से, प्रकरण की रिपोर्ट सीएमओ को उपलब्ध करा दी गई।
फार्मासिस्ट जगदीश कुमार गुप्ता को किया निलंबित
मामले में आई जांच रिपोर्ट के आधार पर बृहस्पतिवार की देर शाम फार्मासिस्ट जगदीश कुमार गुप्ता को निलंबित कर दिया गया। बताते हैं कि जांच में जहां दवाओं के निस्तारण और उसके प्रबंधन में लापरवाही की शिकायत सामने आई है। वहीं प्रबंधन व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं के कार्यान्वयन की भी प्रगति खराब पाई गई है। इसको देखते हुए कुछ और लोगों पर भी गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है। बताते चलें कि नगवां में चतरा से बेहतर संसाधन मौजूद हैं लेकिन मरीजों के उपचार के मामले में भी चतरा सीएचसी की स्थिति नगवां से बेहतर बताई जाती है।
जांच रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा: CMO
उधर, सीएमओ डॉ. आरएस ठाकुर ने बताया कि मामले में फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। प्रकरण में अन्य जिस भी कार्रवाई की जरूरत पड़े़गी, उसको लेकर प्रक्रिया अपनाई जाएगी।