सोनभद्र नरसंहार: जांच में हुआ खुलासा, इस कांग्रेसी नेता से जुड़े हैं हिंसा के तार
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में हुए नरसंहार मामले की जांच रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के आधार पर विवाद में कांग्रेसी नेता का नाम भी सामने आया है।
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में पिछले साल हुए नरसंहार मामले की जांच रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के आधार पर विवाद में कांग्रेसी नेता का नाम भी सामने आया है। प्रमुख सचिव रेणुका किमार की कमेटी रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के एक नेता ने सोनभद्र और मिर्जापुर मे फर्जी सहकारी समितियां बनाकर करीब 9000 बीघा जमीन हथियाई थी।
जांच कमेटी ने सरकार को भेजी रिपोर्ट:
सोनभद्र जिले के उम्भा गाँव में पिछले साल जुलाई में हुई हिंसा की जांच के लिए योगी सरकार के निर्देश पर जांच कमेटी का गठन किया गया। वहीं अब अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने कमेटी की रिपोर्ट सरकार को भेजी है। इस रिपोर्ट के आधार पर हिंसा में कांग्रेस नेताओं का हाथ होने की बात सामने आई है।
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सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से कब्जाई गयी जमीन:
रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा के पीछे बड़ी साजिश रची गई थी। वहीं कहा गया कि सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से राजस्व की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था। गौरतलब है कि इस हिंसा में कई लोगों की जांच चली गयी थीं। वहीं पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो गये थे।
जांच कमेटी की अध्यक्ष हैं अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार
रिपोर्ट के मुताबिक़, एक हजार एकड़ से अधिक जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। 650 एकड़ से अधिक जमीन पर सहकारी समितियों का कब्जा है। इस जमीन की कीमत लगभग 700 करोड़ रुपये आंकी गई है। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की अध्यक्षता में गठित 6 सदस्यीय जांच समिति ने रिपोर्ट सौंपी है।
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बहरहाल, रिपोर्ट में कांग्रेसी नेता का नाम सामने आने के बाद सरकार आरोपी नेता पर शिकंजा कसने की तैयारी में हैं।इसी कड़ी में 9000 बीघे जमीन को कानूनी प्रक्रिया के तहत वापस लेने की कवायद शुरू हो गई है। वहीं जानकारी के मुताबिक, कांग्रेसी नेता के अलावा भी कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने फर्जी सहकारी समितियां बना कर जमीन हड़पी है। उन पर भी कार्रवाई होगी।