Sonbhadra: सोनभद्र, मिर्जापुर और प्रयागराज में वज्रपात से होती हैं सबसे अधिक मौतें, शुरू की बचाव की मुहिम

Sonbhadra: सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में दो दिवसीय वज्रपात सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

Update:2023-01-03 19:46 IST

कलेक्ट्रेट सभागार में वज्रपात सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम

Sonbhadra News: बारिश के दौरान गिरने वाली बिजली से यूपी में सबसे अधिक मौतें सोनभद्र, मिर्जापुर और प्रयागराज में होती हैं। इसको देखते हुए, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एक संस्था की ओर से संबंधित जनपद के लोगों को जागरूक करने और इस आपदा से स्वयं को सुरक्षित रखने के गुर सिखाने को लेकर एक नई मुहिम शुरू कर दी गई है। इसी कड़़ी में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में दो दिवसीय वज्रपात सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

इन जिलों में हुई यूपी में सबसे ज्यादा आकाशीय बिजली से मौतें

संबंधित संस्था के मुख्य वित्त अधिकारी अरुन काबरा ने संदेश के माध्यम से बताया कि प्रयागराज मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में यूपी में सबसे ज्यादा आकाशीय बिजली से मौतों की घटनाएं होती हैं। जागरूकता लाई जाए तो जन-हानि और पशु-हानि को काफी हद तक कम किया जा सकता है। बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत अभी जिला स्तरीय प्रशिक्षण की शुरू की गई है। इसके बाद ब्लॉक स्तर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। कहा कि इसका सदैव रखें आकाशीय बिजली आने पर लोग पेड़ के नीचे चले जाते हैं। जबकि वहां सबसे ज्यादा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना रहती है।

जनपद वज्रपात और अन्य दैवीय आपदाओंं की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील: DM

डीएम ने कहा कि यह जनपद वज्रपात और अन्य दैवीय आपदाओंं की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। वज्रपात वाली घटनाओ का उल्लेख करते हुए कहा कि अगर लोगों में इससे बचाव की सही जानकारी होती तो कई मौतें रोकी जा सकती थीं। प्रतिभागियो से अपील की कि प्रशिक्षण के बाद वह अपने क्षेत्र में जाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप मे चयनित दुद्धी ब्लॉक में वार्निंग सिस्टम स्थापित किए जा रहे हैं।

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहदेव कुमार मिश्र ने आपदा से राहत को लेकर राज्य सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं और उनमें आपदा प्रबंधन की भूमिका पर विस्तार से रोशनी डाली। कहा कि बचाव की मुहिम के सफलता के लिए जरूरी है कि इसमें ज्यादा से ज्यादा जन भागीदारी का समावेश हो।

वज्रपात से होने वाली जनहानि को रोकने में महत्वपूर्ण साबित होगी पहल: सीएमओ

सीएमओ रमेश सिंह ठाकुर ने कहा कि यह पहल जिले वज्रपात से होने वाली जनहानि को रोकने में महत्वपूर्ण साबित होगी। एएसपी कालू सिंह ने कहा कि ज्यादातर लोगों की जान सही जानकारी न होने की वजह से चली जाती है । तकनीकी विशेषज्ञ एवं मास्टर ट्रेनर मनोज कुमार सिंह ने वज्रपात के कारण, लक्षण, रोकथाम एवं बचाव के उपायों के पूर्व चेतावनी देने वाले दामिनी एप के बारे में बताया। बारिश के दौरान बजली के खंभे के आसपास खड़े न होने की हिदायत दी। कहा कि आकाशीय बिजली आने पर पक्की छतों के नीचे चले जाएं। वहां खतरा सबसे कम होगा।

प्रशिक्षक ने आपदाओं के रोकथाम एवं बचाव की दी जानकारी

प्रशिक्षक डॉ. सतेंद्र कुमार ने आपदा प्रबंधन, राज्य एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों की भूमिका एवं अन्य आपदाओ के रोकथाम एवं बचाव की जानकारी दी। जिला आपदा सलाहकार पवन शुक्ला ने जिला स्तर, ब्लॉक स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के बारे में बताया।

इस बैठक में ये रहे उपस्थित

इस बैठक में एसडीएम सदर रमेश कुमार, ओबरा राजेश कुमार सिंह, दुद्धी शैलेंद्र कुमार मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी रामलाल, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अनिल कुमार गुप्ता, पूर्ति विभाग के आरओ रिपुसुदन आर्या, आपदा विभाग के ओमकार श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद रहे।

Tags:    

Similar News