Sonbhadra: पीजी-बीमारी के नाम पर ली छुट्टी, फिर हो गए गायब, वर्षों से नदारद 26 डाॅक्टरों के खिलाफ निदेशालय को रिपोर्ट

Sonbhadra News: सीएमओ डा. आरएस ठाकुर के तरफ से किए गए औचक निरीक्षण और ड्यूटी के दौरान कराए गए सत्यापन में ऐसे कुल 26 डाॅक्टरों का नाम सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।

Update: 2022-09-29 14:14 GMT

26 डाॅक्टरों अनुपस्थित। (Social Media)

Sonbhadra News: शिक्षा-चिकित्सा के मसले पर आकांक्षी जनपद के रूप में चयनित सोनभद्र में कई डाॅक्टर ड्यूटी से लंबे समय से नदारद हैं। इसमें कुछ डाॅक्टर ऐसे हैं, जिन्होंने पीजी के नाम पर छुट्टी ली, उसके बाद वापस लौटने की जरूरत ही नहीं समझी। वहीं कई डाॅक्टर ज्वाइनिंग देने के बाद गायब हो गए तो कई नाम ऐसे हैं, जो बगैर किसी सूचना के 10 से 12 साल से लापता है। सीएमओ डा. आरएस ठाकुर के तरफ से किए गए औचक निरीक्षण और ड्यूटी के दौरान कराए गए सत्यापन में ऐसे कुल 26 डाॅक्टरों का नाम सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। सभी डाक्टरों के बारे में जरूरी विवरण अंकित करते हुए, रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है। इससे लंबे समय तक नदारद रहने वाले और बाद में जुगाड़ कर, वेतन हासिल करने वाले डाॅक्टरों में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

- कोई 10 साल से तो कोई 12 साल से है अनुपस्थितः

सूत्रों के मुताबिक न्यू पीएचसी मधुपुर में तैनात रहीं डा. प्रतिमा सिंह को मई 2019 से, सीएचसी बभनी से डा. राकेश कुमार मलिक मार्च 2017, डा. पवन कुमार 13 सितंबर 2018, डा. जितेंद्र कुमार सिंह ज्वाइनिंग के बाद, डा. प्रदीप कुमार सिंह और डा. ज्योति सिंह अगस्त 2021, न्यू पीएचसी सतबहनी से डा. विवेकानंद 23 जनवरी 2018 से, डा. रवि रंजन 12 मार्च 2014, डा. अभिषेक कुमार छह जून 2017, सीएचसी म्योरपुर से डा. दिनेश कुमार यादव 15 सितंबर 2018 से, न्यू पीएचसी लोझरा से डा. दिनेश कुमार 23 जनवरी 2018, सीएचसी दुद्धी से डा. विजय कुमार 11 सितंबर 2017 से गायब हैं।


न्यू पीएचसी केंद्र अमवार से डा. लक्ष्मीनाथ मिश्रा 21 मई 2015 से, बड़गवां से डा. संतोष कुमार एक जुलाई 2010 से, सीएचसी घोरावल से डा. अमित कुमार सिंह लंबे समय से, डा. नितिन कुमार श्रीवास्तव मई 2019 से, सीएचसी चोपन के कुड़ारी केंद्र से डा. मो. तौसिफ आलम अगस्त 2021 से, पीएचसी भरहरी से डा. मयूखमनी त्रिपाठी मई 2021 से, न्यू पीएचसी शाहगंज से डा. अनुपम कुमार सिंह लंबे समय से, परसौना से डा. धनंजय कुमार 16 अगस्त 2016 से, लोहरतलिया से डा. देवेंद्र कुमार 30 जनवरी 2017 से, डिबुलगंज, अनपरा स्थित संयुक्त चिकित्सालय से डा. संजय कुमार चैधरी , नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. श्वेता दो मार्च 2022 से, सीएचसी म्योरपुर से डा. संजीव कुमार बिंद 17 जून 22 से, पीएचसी केकराही से डा. संतोष कुमार मई 2018 में पीजी के लिए जाने के बाद से नदारद हैं।

- निदेशालय को दे दी गई है जानकारीः सीएमओ

उधर, सीएमओ डा. आरएस ठाकुर ने भी 26 डाक्टरों के लंबे समय से ड्यूटी स्थल से नदारद होने की पुष्टि की। बताया कि जो भी लोग कार्यस्थल से बगैर किसी सूचना या छुट्टी लेकर जाने के बाद से लंबे समय से नदारद पाए गए हैं, उनकी रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है।


- नियमों की अनदेखी कर संचालित हास्पीटल सीज:

नियमों की अनदेखी कर संचालित हो रहे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। दुद्धी में जहां बुधवार की देर शाम एसडीएम शैलेंद्र मिश्र और सीएचसी के डा. विनोद कुमार की अगुवाई वाली टीम ने हर्ष हास्पीटल को सील कर लिया। वहीं सीएमओ डा. आरएस ठाकुर ने बताया कि सभी चिकित्सा अधीक्षकों और प्राइवेट अस्पताल के नोडल को एक सप्ताह तक अस्पतालों की विशेष चेकिंग अभियान के निर्देश दे दिए गए हैं।

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