Sonbhadra News: धान खरीद का रियलिटी टेस्ट, किसान नदारद, कांटा खामोश, बड़े खाने की लगा दी मशीन
Sonbhadra News: कहीं किसान नदारद मिले, तो कहीं कांटा खामोश। तौल होती मिली तो बड़े खाने की मशीन लगाकर किसानों को ही चपत लगाने की शिकायत अधिकारियों को भी भौचक करती नजर आई।
Sonbhadra News: धान का कटोरा कहे जाने वाले विजयगढ़ में शनिवार को किए गए धान खरीद के रियलिटी टेस्ट में ढेरों खामियां नजर आईं। कहीं किसान नदारद मिले, तो कहीं कांटा खामोश। तौल होती मिली तो बड़े खाने की मशीन लगाकर किसानों को ही चपत लगाने की शिकायत अधिकारियों को भी भौचक करती नजर आई। एसडीएम सदर रमेश यादव और एआर कोआपरेटिव मिहिर पात्रा इस दौरान केंद्रों का जायजा लेते मिले। सेहुंआ स्थित विरधी किसान सहकारी समिति पर तौल मशीन की गति तेज देख अधिकारी भी दंग रह गए।
यहां पहुंचे मीडियाकर्मियों को कवरेज से रोकने की भी कोशिश की गई। फिलहाल मशीन बदलने की हिदायत देने के साथ ही, संबंधित सचिव के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
चतरा-चतरा प्रथम शाखा पर खरीद होती मिली। किसान मृत्युंजय मिश्रा का कहना था कि नंबर लगने पर यहां दो से तीन दिन में खरीद हो जा रही है। केंद्र प्रभारी अर्चना मिश्रा का कहना था कि दोनों केंद्रों को मिले कुल 70 हजार कुंतल लक्ष्य के मुकाबले 30 प्रतिशत खरीद कर ली गई है। आवक इसी तरह बनी रही तो लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
चतरा ब्लाक कार्यालय के नजदीक स्थित तेलंग धान क्रय केंद्र में एक कांटे पर खरीद होती मिली। एक कांटा ठप मिला। एक ट्रैक्टर धान लेकर साइड में खडा मिला। मौके पर एसडीएम सदर रमेश यादव भी केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे हुए थे।
उन्होंने केंद्र प्रभारी कमल जोशी से खरीद की जानकारी ली। अभिलेखों की स्थिति जांची। किसानों को किसी तरह की दिक्कत न आने पाए, इसकी हिदायत दी। किसान न होने और एक ही कांटा संचालित होने के मसले पर जोशी का कहना था कि शनिवार का दिन होने के कारण, आवक कम हुई है।
जिसका नंबर आ रहा है, उसको फोन कर बुलाया जा रहा है। इसलिए वही किसान उपज लेकर आ रहे हैं, जिनकी खरीद होनी है। अब तक हुई खरीद के बारे में बताया कि 15000 कुंतल के लक्ष्य के मुकाबले 8000 कुंतल धान खरीदा जा चुका है।
रामगढ़ बाजार स्थित साधन सहकारी समिति पर एक कांटा संचालित मिला। यहां भी तौल वाले धान के अलावा सन्नाटे की स्थिति दिखी। केंद्र प्रभारी अमित कुमार का कहना था कि उनके यहां एक ही कांटे की मंजूरी है। जगह न होने के कारण, उन्हीं किसानों को बुलाया जा रहा है, जिनके तौल का नंबर आ रहा है।
गुरौटी स्थित कोरियांव साधन सहकारी समिति पर दोपहर तीन बजे खरीद बंद मिली। यहां किसानों की संख्या भी न के बराबर दिखी। मौके पर मिले चैकीदार जोखू के जरिए सेलफोन पर हुई वार्ता में केंद्र प्रभारी कौशल नारायण सिंह ने बताया कि उनके यहां 5000 कुंतल लक्ष्य के मुकाबले लगभग 3900 कुंतल की खरीद हो चुकी है। खरीद बंद होने, किसान नजर न आने के सवाल पर कहा कि थोड़ी देर पहले ही तौल कराई गई है। यहां उन्हीं किसानों को बुलाया जा रहा है जिनका नंबर आ रहा है।
सेहुआं स्थित विरधी साधन सहकारी समिति पर कांटा संचालित होता मिला। मौके पर दिनेश पटेल नामक किसान की तरफ से तौल मशीन तेजी से चलाकर, किसानों को चपत लगाने की शिकायत की जांच करने एआर कोआपरेटिव मिहिर पात्रा पहुंचे हुए थे।
कहा कि धान खरीद में कोई गड़बड़ी न होने पाए, इसके लिए केंद्रों का निरीक्षण कर कड़ी हिदायत दी जा रही है। कई केंद्रों पर कांटा खामोश होने, किसान भी नजर न आने, इसके बाद भी अच्छी खरीद होने के सवाल पर कहा कि मौके की स्थिति दिखवाई जाएगी। अगर गड़बड़ी मिलती है तो कार्रवाई होगी।
बिरधी साधन सहकारी समिति पर धान तौल में गड़बड़ी की शिकायत पर कहा कि मशीन में बड़ा खाना लगाए जाने के कारण, मशीन की गति तेज पाई गई है। सचिव संतोष पटेल को हर हाल में सोमवार को यहां, दूसरी और सही मशीन लगाकर खरीद करने की हिदायत दी गई है। गड़बड़ी के बाबत सचिव से स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा और मामले में आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी।
यहां कवरेज से रोकने की हुई हरसंभव कोशिश
मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मी, यहां बरती जा रही गड़बड़ियों का सच न जानने पाए, इसके लिए रोकने की हर संभव कोशिश की गई। यहां तैनात सचिव के भाई तथा पास के गांव के प्रधान बताए जाने वाले कथित आनंद पटेल बैठे मिले। उन्होंने एआर कोआपरेटिव से ली जा रही जानकारी को रोकने की कोशिश तो की ही, गड़बड़ियां उजागर न होने पाए, इसके लिए कवरेज से भी रोकने की पूरी कोशिश की।
मौके पर मौजूद कुछ किसानों का कहना था कि यहां प्रति बोरी तौल में 400 ग्राम तक का अंतर कर दिया जा रहा है। जब इसकी शिकायत की जाती है तो किसानों से स्थानीय और प्रभावशाली होने का फायदा उठाकर विवाद शुरू कर दिया जाता है।
उधर, जिले में चल रही धान खरीद नोडल एवं जिला खाद्य विपणन अधिकारी अमित चौधरी से उनके कार्यालय में संपर्क का प्रयास किया गया तो पता लगा कि वह बाहर गए हुए हैं। उन्हें उनके नंबर पर काल की गई लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो पाए।