Sonbhdra News : निषाद पार्टी जिलाध्यक्ष के भाई को पुलिस ने घंटों रखा हिरासत में, तबियत बिगड़ी, सपा का पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप

पुलिस ने गुरुवार से बैठाकर हालत बिगड़ने पर शुक्रवार दोपहर में छोड़ा, जिला अस्पताल में चल रहा इलाज

Published By :  Sushil Shukla
Update: 2021-07-02 08:17 GMT

निषाद पार्टी जिला अध्यक्ष के भाई को जिला अस्पताल ले जाते

सोनभद्र। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के मद्देनजर पुलिस का दबाव बढ़ने लगा है। निषाद पार्टी के जिला अध्यक्ष रोहित बिंद के भाई बृजेश उर्फ मोनू को गुरुवार की दोपहर चोपन थाने बुलाकर बिठा लिया गया। आरोप है कि रात में हालत बिगड़ने पर उसे छोड़ा गया। शुक्रवार की सुबह उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां उसका उपचार किया जा रहा है। निषाद पार्टी के टिकट पर सलखन जिला पंचायत क्षेत्र से शिवमंगल सदस्य निर्वाचित हुए हैं। दो दिन से वह घर पर नहीं है। निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष रोहित बिंद का भी पता नहीं चल पा रहा है। मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा है।


जिलाध्यक्ष के भाई की जांच करते चिकित्सक

उनके भाई बृजेश उर्फ मोनू का आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य शिवमंगल के लिए पुलिस उनके भाई की तलाश कर रही है। इसी क्रम में गुरुवार की दोपहर उसे चोपन थाने बुलाया गया और भाई को बुलाने की बात करते हुए थाने में बिठा लिया गया। उसने पुलिस को लीवर के गंभीर बीमारी की जानकारी दी। भाई या सलखन जिला पंचायत सदस्य के बारे में कोई जानकारी न होने की भी बात कही। बावजूद देर रात तक उसे थाने में बिठाए रही। देर रात हालत बिगड़नी शुरू हुई तब रात 11 बजे के करीब उसे छोड़ा गया। सुबह पेट दर्द ज्यादा बढ़ गया तो मां के साथ एंबुलेंस से सीएचसी चोपन पहुंचा। वहां से चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने लीवर की बीमारी बताते हुए उपचार शुरू कर दिया। उधर पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि बृजेश अपने भाई के लापता होने की सूचना देने थाने आया था। हिरासत में लेने या उत्पीड़न की बात गलत है।

सपा जिलाध्यक्ष ने लगाया गंभीर आरोप 

जिला अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे बृजेश ने आरोप लगाया कि पुलिस रोहित को थाने हाजिर कराने या उसका पता बताने के लिए लगातार दबाव डाल रही है। रात में भी पुलिस ने घर पहुंचकर दबाव बनाया। उधर, सपा जिलाध्यक्ष जय यादव आरोप लगाया कि पुलिस सत्तापक्ष के इशारे पर जिला पंचायत सदस्य, उनकी पार्टी के लोग और उनके परिवारी जनों को उत्पीड़ित करने में लगी हुई है। जगह-जगह दबिश डालकर डराया जा रहा है। उन्हें डर है कि कई जिला पंचायत सदस्यों से सत्ता पक्ष के समर्थन में जबरिया वोट डलवाया जा सकता है। वहीं अपना दल एस के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण पटेल का कहना था कि उनके पास बहुमत का आंकड़ा पहले ही जुट चुका है। ऐसे में पुलिस के जरिए दबाव डालने की बात पूरी तरह निराधार है। बता दें कि सपा से जय प्रकाश पांडेय उर्फ चेखुर और एनडीए गठबंधन प्रत्याशी के रूप में अपना दल एस राधिका पटेल चुनावी मैदान में हैं।

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