Sonbhadra: महीनों से नदारद अस्थि रोग विशेषज्ञ, सीएमओ के निरीक्षण में सामने आई जानकारी, रोका वेतन
Sonbhadra News: दुद्धी तहसील क्षेत्र फ्लोराइड जनित कंकालीय फ्लोरोसिस बीमारी से अत्यधिक प्रभावित होने के कारण, घोरावल में तैनात अस्थि रोग विशेषज्ञ को, दुद्धी तहसील मुख्यालय स्थित सीएचसी पर सेवाएं देने का निर्देश दिया गया था।
Sonbhadra News: अधिकारियों के निर्देश के बाद भी जिले के विभिन्न चिकित्सा केंद्रा पर तैनात विशेषज्ञ चिकित्सक, ड्यूटी में लापरवाही बरतने में लगे हुए हैं। दुद्धी तहसील क्षेत्र फ्लोराइड जनित कंकालीय फ्लोरोसिस बीमारी से अत्यधिक प्रभावित होने के कारण, घोरावल में तैनात अस्थि रोग विशेषज्ञ को, दुद्धी तहसील मुख्यालय स्थित सीएचसी पर सेवाएं देने का निर्देश दिया गया था। आधिकारिक रूप से उनका स्थानांतरण करते हुए, अविलंब योगदान आख्या भी तलब की गई थी लेकिन सीएमओ डॉ. रमेश ठाकुर मंगलवार को यहां निरीक्षण के लिए पहुंचे तो अस्थि रोग विशेषज्ञ को अब तक ज्वाइन न करने की जानकारी पा दंग रह गए।
वह इस समय कहां हैं? इसकी भी सही जानकारी सीएमओ को नहीं मिल पाई। इसके गंभीरता से लेते हुए जहां सीएमओ ने तत्काल वेतन रोकने का निर्देश दिया। वहीं अविलंब ज्वाइन न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। वहीं अधीक्षक को संक्रामक बीमारियों को बढते प्रभाव को देखते हुए, सीएचसी दुद्धी में तत्काल डेंगू वार्ड तैयार करने के लिए निर्देशित किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ सबसे पहले प्रशासनिक भवन स्थित केंद्र अधीक्षक कक्ष में पहुंचकर उपस्थिति रजिस्टर जांचे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोरावल पर तैनात चिकित्सा अधिकारी (लेवल-2) डॉ. महेंद्र बिंद की तैनाती दो माह पूर्व सीएचसी दुद्धी में अस्थि रोग विशेषज्ञ के रूप में की गई थी लेकिन अब तक उन्होंने यहां ज्वाइन ही नहीं किया। इस पर नाराजगी जताते हुए सीएमओ ने जहां तत्काल वेतन भुगतान रोकने का निर्देश दिया। वहीं संबंधित चिकित्सक के बारे में संबंधितों से पूरी जानकारी तलब कर ली। अधीक्षक डा. शाह आलम को सीएचसी में तत्काल प्रभाव से पांच बेड का डेंगू वार्ड बनाने का भी निर्देश दिया।
वार्ड और आस-पास गंदगी देख भी उन्होंने नाराजगी लगाई और साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर बनाए रखने की हिदायत दी। डा. आलम का कहना था कि ओपीडी में इस समय ज्यादा मरीज आ रहे हैं। भर्ती मरीजों की भी संख्या सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा है। जागरूकता के अभाव में ग्रामीण अंचल के मरीज डस्टबीन और शौचालय का सही उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। सफाईकर्मी भी कम हैं। सीएमओ ने जल्द ही सफाईकर्मी, नर्स और बार्ड ब्वाय जैसे पदों पर नियुक्ति का भरोसा दिया।
कहा कि चिकित्सकों सहित सभी स्टाफ की सूचीवार डयूटी लिस्ट बनाकर अस्पताल में सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करें ताकि आने वालों को डयूटीरत चिकित्सकों-कर्मियों के बारे में पता चल सके। यहां के बाद सीएमओ ने केंद्र अधीक्षक के साथ आयुष्मान कार्ड बनाने वाले केंद्रों की स्थिति जांची। मझौली में 20 आयुष्मान कार्ड बना मिला। जबकि दुम्हान में कोई आयुष्मान कार्ड नहीं बना था। इस पर वहां मौजूद कर्मियों को फटकार लगाते हुए व्यापक प्रचार- प्रसार की हिदायत दी।