Sonbhadra News: रिश्वत लेकर मेडिकल बनाने वाले दो डाॅक्टर गिरफ्तार, स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

Sonbhadra News Today: फर्जी मेडिकल बनाने के लगे आरोप में पुलिस ने बृहस्पतिवार को बड़ा एक्शन लेते हुए आरोपी पाए गए दोनों डॉक्टरों को दबिश देकर गिरफ्तार लिया गया।

Update: 2022-10-20 16:30 GMT

पुलिस के साथ पकड़े गए डॉक्टर।

Sonbhadra News: धरती के भगवान का दर्जा रखने वाले जिला अस्पताल के दो डाॅक्टरों पर रिश्वत लेकर फर्जी मेडिकल बनाने के लगे आरोप और पुलिस की जांच में इसकी पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया है। मामले में पुलिस ने बृहस्पतिवार को बड़ा एक्शन लेते हुए आरोपी पाए गए दोनों डॉक्टरों को दबिश देकर गिरफ्तार लिया गया। पूछताछ के बाद संबंधित धाराओं में कार्रवाई करते हुए, उनका चालान कर दिया गया।

स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

पुलिस की कार्रवाई से जहां स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप की स्थिति बनी रही। वहीं, 72 घंटे से अधिक समय तक न्यायिक हिरासत में रहने की दशा में विभागीय कार्रवाई की भी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। प्रकरण में एक अधिवक्ता का भी नाम प्रकाश में आने की बात कही जा रही है।

इस मामले में तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक ने डीएम को कराया था अवगत

बताते चलें कि म्योरपुर के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक अश्वनी कुमार त्रिपाठी की तरफ से डीएम को प्रार्थना पत्र देकर फर्जी मेडिकल बनाए जाने के मामले से अवगत कराया था। इसके बाद डीएम चंद्रप्रकाश सिंह की तरफ से जहां, बगैर पुलिस के मेडिकल बनवाने पहुंचने वालों के लिए उनके या सीएमओ के आदेश के बाद ही मेडिकल बनाए जाने का निर्देश जारी किया गया था। वहीं म्योरपुर के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक की तरफ से दिए गए पत्र पर डीएम ने राबर्ट्सगंज कोतवाली को एफआईआर दर्ज कर मामले की विवेचना का निर्देश जारी किया था।

डीएम से मिले निर्देश पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू

डीएम से मिले निर्देश के क्रम में प्रभारी निरीक्षक राबटर्सगंज दिनेश प्रकाश पांडेय ने आईपीसी की धारा 420, 468, 471, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और 13 के तहत मामला दर्ज कर, प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी। बताते हैं कि विेवेचना के दौरान इस मामले में जिला अस्पताल में तैनात डा. पूर्णेंदुशेखर सिंह पुत्र जितेंद्र प्रताप सिंह निवासी गोपालपुर, थाना मुगलसराय जिला चंदौली और डा. दयाशंकर पुत्र गोपीचंद निवासी त्रिवेणीपुरम थाना झूंसी जिला प्रयागराज की संलिप्तता सामने आई। इस पर कोतवाल दिनेश प्रकाश पांडेय की अगुवाई वाली टीम ने बृहस्पतिवार को दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। सेलफोन पर इंस्पेक्टर दिनेश प्रकाश पांडेय ने बताया कि मामले में दो डाॅक्टर गिरफ्तार किए गए हैं। उनके पूछताछ कर आगे की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

इस प्रकरण से जुड़ा है पूरा मामला

म्योरपुर थाना क्षेत्र के कुंडाडीह गांव निवासी सुरेंद्र कुमार और म्योरपुर गांव निवासी अमित कुमार विश्वकर्मा ने म्योरपुर थानाध्यक्ष रहे अश्वनी त्रिपाठी को एक प्रार्थना पत्र सौंपकर बताया था कि लोढ़ी स्थित जिला अस्पताल में बिना किसी चोट के पैसे लेकर मेडिकल बनाया जा रहा है। उनका कहना था कि उन दोनों के विरूद्ध भी फर्जी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। इसकी पुष्टि के लिए उन्होंने भी पैसे देकर अपना फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनवाया है। इस पर म्योरपुर थानाध्यक्ष रहे अश्वनी त्रिपाठी ने डीएम को पत्र भेजकर पूरे वाक्य की जानकारी दी, जिस पर डीएम चंद्र विजय सिंह ने राबटर्सगंज पुलिस को मामला दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए।

उधर, इस मामले में सीएमएस क्रांति कुमार का कहना था कि वह प्रमुख सचिव की बैठक में हैं। उन्हें किसी डाॅक्टर के गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है। पुलिस की तरफ से गिरफ्तारी की पुष्टि किए जाने की बात पर कहा कि जब तक उनके यहां लिखित में कोई जानकारी नहीं आ जाती, तब तक वह इसे पुष्ट नहीं मानते।

इस मामले में विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जाएगी: CMO

वहीं सीएमओ डॉ. आरएस ठाकुर का कहना था कि 72 घंटे से अधिक न्यायिक हिरासत में रहने पर विभागीय कार्रवाई की नियम है। इस संबंध में जैसी जानकारी आती है, उसके अनुरूप विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

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