Sonbhadra News: बगैर पंजीकरण संचालित होता मिला अस्पताल, चिकित्सक नदारद, जड़ा गया ताला, नोटिस जारी

Sonbhadra News: बगैर पंजीयन संचालित क्लिनिक और बगैर विशेषज्ञ डाक्टरों की मौजूदगी के सचालित अस्पताल में लगाया गया ताला।

Update: 2022-10-19 14:47 GMT

अस्पतालों में जांच करते जांच अधिकारी

Sonbhadra News: बगैर पंजीयन संचालित क्लिनिक और बगैर विशेषज्ञ डाक्टरों की मौजूदगी के कई अस्पतालों में किए जाते गंभीर मरीजों के उपचार पर स्वास्थ्य महकमे की तरफ से बुधवार को एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई सामने आई। इस दौरान जहां तीन क्लिनिक बगैर पंजीयन के संचालित पाए गए। वहीं यहां मरीजों का भी उपचार होता मिला। इसी तरह एक अस्पताल में बगैर चिकित्सक के मौजूदगी के मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाता मिला। वहीं आयुर्वेद विधा के लिए पंजीकृत क्लिनिक में एलोपैथ विधा से भी इलाज की शिकायत पाई गई। इस पर जहां सभी अस्पतालों को नोटिस जारी की गई। वहीं एक क्लिनिक और एक अस्पताल में तालाबंदी की कार्रवाई करते हुए नोटिस थमाई गई।

प्राइवेट चिकित्सालयों-झोलाछाप के नोडल डा. गुरूप्रसाद की अगुवाई वाली टीम सबसे पहले कोन स्थित डा. हरिओम सिंह के क्लिनिक पर पहुंची। मौके पर तीन मरीजों को ग्लूकोज चढ़ाया जाता मिला। कोई पंजीकरण नहीं पाया गया, इस पर नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया। यहां के बाद टीम कोन स्थित मुन्नालाल के क्लिनिक पहुंची, यहां दो मरीजों को पानी चढ़ाया जा रहा था। कथित डाॅक्टर के डिग्री, अस्पताल के संचालन की स्थिति की जानकारी लेने के बाद, यहां तालाबंदी करते हुए नोटिस की कार्रवाई की गई। कोन में मो. रमीज राजा के भी क्लिनिक का पंजीकरण नहीं पाया गया। यहां भी नोटिस जारी की गई। कोन के बाद टीम दुद्धी पहुंची। वहां हर्षित हास्पीटल धनौरा, दुद्धी में मौके पर कोई चिकित्सक मौजूद नहीं पाया गया। दो मरीज भर्ती पाए गए। जनरल वार्ड और ओपीडी चैंबर पर ताला जड़ते हुए नोटिस थमाने और नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई की गई। रीता क्लिनिक रामनगर, दुद्धी में आयुर्वेदिक के साथ एलौपैथ विधा से उपचार होता मिला, इस पर यहां भी नोटिस थमाई गई। बताते चलें कि स्वास्थ्य महकमे की तरफ से जहां कई अस्पतालों में तालाबंदी की कार्रवाई हो चुकी है। वहीं तीन अस्पताल संचालकों के एफआईआर दर्ज करने की भी कार्रवाई की जा चुकी है।

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