जिनके नाम से कांपे अपराधी...कुछ ऐसे हैं यूपी पुलिस के 'एनकाउंटरमैन'

प्रदेश में योगी सरकार आई.. और एक के बाद एक अपराधियों के एनकाउंटर की खबरें सामने आने लगी हैं। आलम ये है की अब अपराधी भी अपराध करने से डरने लगे हैं।

Update: 2018-02-15 10:52 GMT

शामली: प्रदेश में योगी सरकार आई.. और एक के बाद एक अपराधियों के एनकाउंटर की खबरें सामने आने लगी हैं। आलम ये है की अब अपराधी भी अपराध करने से डरने लगे हैं। उनमे इस खौफ का कारण और कोई नहीं बल्कि शामली के दबंग एसपी अजयपाल शर्मा हैं। जिनको अब लोग 'एनकाउंटरमैन' कहने लगे हैं।

ये हैं उत्तर प्रदेश के तेज तरार आई.पी.एस अधिकारी और शामली के एस.पी डॉ.अजयपाल शर्मा...जिसका नाम सुनते ही अपराधियों की नींद उड़ है। ये ऐसे अफसर हैं जो बीते पांच सालों से लगातार बदमाशों पर कहर बन कर टूट रहे हैं। सरकार ने अजय पाल शर्मा को राष्ट्रपति के वीरता पदक के लिए रिकमेंडेशन भेजी है। इससे पहले उन्हें 15 अगस्त के मौके पर डीजी के कमेन्डेशन डिस्क से भी सम्मानित किया जा चुका है।

ये हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट:

- उत्तर प्रदेश में लोग यपाल शर्मा का नाम एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में जानने लगे हैं।

- शामली के लोगों ने इनको 'एनकाउंटरमैन' कहना शुरू कर दिया है।

- अजयपाल मूलरूप से लुधियाना पंजाब के रहने वाले हैं।

- उन्होने बी.डी.एस. डैन्टल साईंस में डॉक्टरी की है।

- पढ़ाई करने के बाद वो साल 2011 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अफसर बने।

- ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली पोस्टिंग बतौर ट्रेनी अफसर के रूप में सहारनपुर में हुई थी। जिसके बाद उनकी पहली तैनाती मथुरा में बतौर ए.एस.पी. के रूप में हुई।

- मथुरा से ही इस तेज तर्रार अफसर ने बदमाशों को ऐसा निशाना बनाना शुरू किया कि उनका ये सिलसिला शामली जिले का कप्तान बनने के बाद भी लगातार जारी है।

यह तेज तर्रार अफसर कुख्यात बदमाशों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं और मौका मिलते ही उन्हें अपना शिकार बना लेते है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी की मंशा पर खरे उतरने वाले डा. अजयपाल यूपी में बदमाशों के लिए खौफनाक अफसर बन चुके हैं।

इनके डर से अपराधियों की रूह कांप जाती है। शामली में आते ही उन्होंने सबसे पहले पैंदा जैसे खूंखार जेल से भागे अपराधी को मुठभेड़ के दौरान भारी असलहों के साथ गिरफ्तार किया था। अजयपाल ने लगभग 43 मुठभेड़ में न सिर्फ 50 हजार के इनामी अपराधियों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया, बल्कि 6 बदमाशों को ढेर भी किया है।

उनके सराहनीय कार्यों के चलते एडीजी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया है।

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