लखनऊ: यूपी की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी 2017 विधानसभा चुनावों में एक बार फिर युवाओं पर ही अपना दांव लगाने जा रही है। यूपी में सरकार के चार साल पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम अखिलेश ने इस बात के संकेत भी दे दिए।
2012 में सत्ता परिवर्तन के पीछे युवाओं का ही हाथ था और सपा ने युवा नेता अखिलेश यादव के नेतृत्व में ही अपना चुनाव प्रचार किया था। युवाओं के इस रूझान को समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और अन्य बड़े नेता भी नकार नहीं सके थे। इसी का नतीजा था कि मुलायम सिंह यादव को कई विरोध के बाद भी सत्ता की बागडोर युवा अखिलेश यादव के हाथों में सौंपनी पड़ी थी।
2017 में होंगे सबसे कम एवरेज के वोटर
मंगलवार को अपनी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर बोलते हुए सीएम अखिलेश यादव ने भी इस बात के संकेत दिए कि उनकी पार्टी युवाओं को ही तरजीह देगी। उन्होंने कहा कि 2017 में वोटर्स की एवरेज सबसे कम होगी। उन्होंने कहा कि सपा चुनावों के लिए घोषणा पत्र भी युवाओं के हिसाब से बनाएगी। सीएम ने दावा किया सपा सबसे युवा पार्टी है।
सपा सप्रीमो भी जता चुके हैं युवाओं पर भरोसा
बीते साल नवंबर में सपा के युवा फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी के युवाओं को सांप्रदायिकता से मजबूती से लड़ने की नसीहत देते हुए अखिलेश यादव सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने की अपील की थी। उन्होंने युवाओं को सही आचरण करने की सलाह देते हुए कहा कि इसका सीधा असर जनता पर पडता है।
एमएलसी चुनावों में भी मिली युवाओं को तरजीह
बीते महीने हुए एमएलसी चुनावों के टिकट बंटवारे में भी युवाओं को तरजीह दी गई और इसमें सीएम अखिलेश यादव की छाप दिखी। ये पार्टी में अखिलेश यादव की कोर टीम रही है। इस लिस्ट में सुनील यादव, आनंद भदौरिया, राजेश यादव, उदयवीर सिंह, कन्नौज के इत्र कारोबारी पदमराज पम्मी जैन, राकेश कुमार यादव उर्फ गुडडू और राकेश यादव जैसे कुछ नाम ऐसे थे, जो सीएम अखिलेश यादव की पार्टी में कोर टीम के सदस्य माने जाते हैं।
सरकार ला रही है CMEP
युवाओं को बढ़ावा देने और और उनका वोट सपा के पक्ष में करने के लिए यूपी सरकार जल्द ही सीएम एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम (सीएमईजीपी) लॉन्च करने वाली है। यह प्रोग्राम साल 2008 में यूपीए सरकार के समय शुरू हुई प्राइम मिनिस्टर एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम (पीएमईजीपी) पर आधारित है। सीएमईजीपी का उद्देश्य यूपी में माइक्रो और स्माल स्केल इंडस्ट्रीज बढ़ावा देकर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना है।