छात्रों ने लगाया कॉलेज प्रशासन पर आरोप, कहा- नकल माफियाओं के साथ सेटिंग
चौमुहा के सर्वोदय इंटर कॉलेज में नकल माफिया उमड़ रहे है। नकल पर कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। परिक्षार्थियों के परिजनों के हौसले बुलंद दीवार फांदकर नकल की पर्चियां डाल रहे हैं।
मथुरा/बाराबंकी : यूपी बोर्ड की परीक्षाएं गुरुवार (16 मार्च) से शुरू हो गई हैं। नकल विहीन परीक्षा कराने के सरकार के दावों के बावजूद भी वह नकल रोकने में नाकामयाब रही। यूपी के मथुरा जिले में पहले ही दिन परीक्षा को दौरान तीन अलग-अलग जगहों पर नकल कराने का मामला सामने आया है।
पहला मामला मथुरा के चौमूहा स्थित सर्वोदय इंटर कॉलेज का है। जहां नकल माफिया पर्चियां बांटते नजर आ रहे हैं।नकल पर कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा है।
चौमुहा के सर्वोदय इंटर कॉलेज में नकल माफिया उमड़ रहे है। जैसा कि आप देख सकते है परिक्षार्थियों के परिजनों के हौसले बुलंद दीवार फांदकर नकल की पर्चियां डाल रहे हैं।
नकल माफियों से सेटिंग
-छात्रों का आरोप कॉलेज प्रशासन रूपए लेकर चहेतो को करा रहा नकल।
-रुपयों के लेन देन की नकल माफियाओ से पहले से ही सेटिंग हो चुकी है ।
-फोटो सर्वोदय इंटर कॉलेज पर जंगलो पर नकल कराने वालों की लगी लंबी कतार।
आगे की स्लाइड्स में जानें दूसरा मामला...
नकल माफियाओं ने किया पुलिस पर हमला
वहीं दूसरा मामला मथुरा के थाना राया के नीम गांव के तिलक सिंह इंटर कॉलेज का मामला है। जहां पुलिस की ओर से नकल रोकने पर नकल माफियाओं ने पुलिस पर जानलेवा हमला किया। दोनों सिपाहियो ने भाग कर जान बचाई। मगर शेखर सिपाही पर माफियाओं ने धारदार हथियार से हमला किया । घायल सिपाई को जिला अस्पताल भर्ती कराया ।
क्या है पूरा मामला?
-तिलक सिंह इण्टर कॉलेज का जहां गुरुवार को यूपी बोर्ड का हिंदी का पेपर चल रहा था।
-जिसके लिए राया थाना के दो सिपाहियो की ड्यूटी लगाई गई थी।
-तभी कुछ लोग पुलिस के सामने ही नकल कराने अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे।
-तभी पुलिस कर्मियो ने पूछा की ये क्या कर रहे हो तो उनको भगाने का प्रयास किया तो नकल माफियाओ ने पुलिस को धमकी दी।
-सिपाहियो ने भगाने का प्रयास किया तो वो लोग इकट्ठे होकर आए और सिपाही शेखर पर हँसिये से हमला कर दिया और सिपाही लहूलुहान हो गया।
सिपाही को अस्पताल भिजवाया गया।
कॉलेज के साथ मिलीभगत की संभावना
जिला अस्पताल की भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली जिसमें दो डॉक्टर आपस में अपनी ड्यूटी को लेकर बहस करते नजर आए।
-सिपाही 1 घंटे तक बिना इलाज के ही खड़ा रहा जब मीडिया ने डॉक्टर से कहा तब सिपाही को देखा गया और उपचार दिया गया।
-जबकि कॉलेज प्रशासन इस मामले में मूक बना हुआ है कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
-इससे साफ़ जाहिर होता है की इस मामले में कॉलेज की भी मिलीभगत हो सकती है।
मौके से भागा पुलिस
सबसे बड़ा सवाल की नकल माफिया इतना हावी हो गए की पुलिस को भी नहीं बक्सा। अगर पुलिस वाला मौके से नहीं भागता तो बहुत बड़ी घटना हो सकती थी। अब देखना होगा क़ि प्रशासन और पुलिस इन माफियाओ के खिलाफ क्या कार्यवाही करते है ।
आगे की स्लाइड्स में जानें तीसरी मामला...
प्रिंसिपल और दो छात्रों के खिलाफ एफआईआर
तीसरा मामला बाराबंकी के हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले दिन में जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा बड़ी कार्यवाई की गई। वारिस चिल्ड्रेन्स अकादमी इंटर कालेज के प्रिंसिपल और दो छात्रों के खिलाफ नगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुआ। जिसमें फर्जी प्रवेश पत्र बनाकर परीक्षा दिलाने का मामला सामने आया है।
आगे की स्लाइड्स में देखें संबंधित फोटोज...