Sultanpur News: कुल्हाड़ी से पत्नी को काट डाला, आजीवन कारावास की सजा हुई तो पुलिस को चकमा देकर आठ साल से था फरार
Sultanpur News: कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सुल्तानपुर पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
UP Crime: 12 साल पहले पत्नी को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतारने वाले अपराधी को यूपी एसटीएफ ने गुजरात से गिरफ्तार किया है। वो प्रयागराज की नैनी जेल से आठ साल पहले फरार हुआ था। कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सुल्तानपुर पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने बताया की युवराज कोरी निवासी ग्राम दत्तीपुर, थाना कुमारगंज, जनपद फैजाबाद (अयोध्या) उम्र करीब-35 वर्ष को सूरत से पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि युवराज कोरी का विवाह रोशनी निवासी उमरा, थाना हलियापुर, जनपद सुल्तानपुर के साथ हुआ था। 9 अक्टूबर 2010 की रात्रि करीब 1 बजे मायके से ससुराल चलने को लेकर हुए विवाद में युवराज कोरी द्वारा अपनी पत्नी रोशनी की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गयी। जिसके सम्बन्ध में उसके ससुर राजाराम ने थाना हलियापुर मुकदमा दर्ज कराया था। हत्या का जुर्म साबित पाये जाने पर 30 अक्टूबर 2010 को पुलिस ने आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया। कोर्ट ने 22 दिसंबर 2012 को युवराज कोरी को आजीवन कारावास व रूपये 10,000/- के अर्थदण्ड से दण्डित किया था। सिद्धदोष होने पर सजायाफ्ता युवराज कोरी केन्द्रीय कारागार नैनी स्थानान्तरित कर दिया गया।
पेट दर्द का बहाना बनाकर अस्पताल से फरार हो गया
2015 में केन्द्रीय कारागार नैनी में युवराज द्वारा पेट में दर्द होना बताया गया, जिसे केन्द्रीय कारागार नैनी के जेल चिकित्सक द्वारा एसआरएन चिकित्सालय, इलाहाबाद रेफर कर दिया गया। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार उक्त सजायाफ्ता बन्दी को बन्दीरक्षक कृष्ण कुमार व आलोक कुमार की अभिरक्षा में कारागार वाहन से एसआरएन इमरजेन्सी में भर्ती कराया गया, जहाॅ से युवराज कोरी फरार हो गया था।
जेल से फरार होने के बाद एमपी में कर ली दूसरी शादी
पूछताछ में युवराज कोरी ने बताया कि उच्च न्यायालय लखनऊ खण्ड पीठ से मेरी जमानत अपील खारिज होने के बाद मैं यह समझ गया था कि अब मुझे जेल में ही रहना है। इसपर जेल से भागने का मन बना लिया था। तेज पेट दर्द का बहाना बनाकर जेल अस्पताल गया और वहाॅ से मुझे एसआरएन हाॅस्पिटल, प्रयागराज रेफर कर दिया गया। जहाॅ मेरा इलाज चल रहा था। मेरी सुरक्षा में लगे गार्डो को नींद आ गयी उनकी नींद और अंधेरे का फायदा उठाकर मैं हाॅस्पिटल से भाग गया। गुजरात आकर अपनी बहन के पास रहने लगा। इसी दौरान उमरिया मध्य प्रदेश की पूजा से दूसरी शादी कर ली।