Banda News: बांदा में क्रेशर और ब्लास्टिंग से खतरे में जनजीवन, बोले स्वामी मदन गोपाल दास जी महाराज
Banda News Today: स्वामी मदन गोपाल दास जी महाराज ने कहा कि पहाड़ व मंदिरों को क्षति पहुंचना एक बहुत ही बड़ा मुद्दा है। सरकार को तत्काल इस ओर ध्यान देते हुए उचित कार्यवाही करना चाहिए।;
स्वामी मदन गोपाल दास जी महाराज
Banda News Today: बांदा में क्रेशर और अंधाधुंध ब्लास्टिंग के चलते लोगों की आस्था के केंद्र शिव मंदिर खतरे में हैं। गिरवा क्षेत्र के जरर गिरवा, पतरहा आदि गांवों में पर्वतों में शिव मंदिरों की श्रृंखला विराजमान है, जिसमें भूतेश्वर बाबा, पतरहा में किसगूर बाबा, जरर में प्राचीन शिव मंदिर प्रमुख हैं। पिछले कई महीनों से पहाड़ खोदने वाले माफिया अवैध ब्लास्टिंग करके पर्वतों और इन मंदिरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। गिरवा क्षेत्र के कई गांवों में पहाड़ों में अवैध खनन हो रहा है। और वहां चलने वाली क्रेशर से फसल व जनजीवन को नुकसान पहुंच रहा है।
जरर गांव में पहाड़ फसल जीवन पर्यावरण बचाओ अभियान गोष्ठी का आयोजन
इसी संकट से निजात पाने के लिए बांदा के गिरवा क्षेत्र अंतर्गत जरर गांव में पहाड़ फसल जीवन पर्यावरण बचाओ अभियान गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कामदगिरि प्राचीन द्वार के प्रमुख स्वामी मदन गोपाल दास जी महाराज (Swami Madan Gopal Das Ji Maharaj) मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए। इसके अलावा जरर, गिरवा, पतरहा गांव के लोग शामिल हुए। गिरवा क्षेत्र में 6 क्रेशर लग चुकी है तथा दर्जनों क्रेशर को अनुमति दी जा चुकी है। बिना पर्यावरण को देखे हुए अंधाधुंध तरीके से बिना किसी सर्वे के तमाम क्रेशर को अनुमति दी गई है।
पहाड़ व मंदिरों को क्षति पहुंचना एक बहुत ही बड़ा मुद्दा: स्वामी
गोष्ठी में स्वामी मदन गोपाल दास जी महाराज ने कहा कि सनातन परंपरा के अनुसार सभी पर्वत भगवानों द्वारा बनाए गए हैं। ऐसे में पहाड़ व मंदिरों को क्षति पहुंचना एक बहुत ही बड़ा मुद्दा है। आम जनजीवन इससे प्रभावित हो रहा है तथा प्राकृतिक असंतुलन पैदा हो रहा है। सरकार को तत्काल इस ओर ध्यान देते हुए इस पर उचित कार्यवाही करना चाहिए। और साथ ही अवैध खनन व क्रेशर पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
गिरवा क्षेत्र की पहाड़ियां प्राकृतिक रूप से बहुत ही सुंदर: महाराज
स्वामी मदन गोपाल दास जी महाराज ने कहा कि गिरवा क्षेत्र की पहाड़ियां प्राकृतिक रूप से बहुत ही सुंदर हैं। यहां पर सरकार पर्यटन को बढ़ावा दे सकती है। अगर इन धार्मिक स्थलों का सुंदरीकरण किया जाए तो पर्यटन के लिए बहुत ही सुंदर क्षेत्र है। गिरवा क्षेत्र की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। फसलों में सफेद डस्ट जमा हो रही है जिसकी वजह से फसलें बर्बाद हो रही हैं। यदि यही स्थिति 3- 4 साल तक रही तो कई गांव के लोग पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे।
ब्लास्टिंग के काम से गांव वालों के जीवन पर संकट
पहाड़ों में 24 घंटे ब्लास्टिंग का काम होता है जिससे गांव वालों के जीवन पर भी संकट आ गया है। मानक के विपरीत 2 इंची की जगह 6 इंची का होल करके ब्लास्ट किया जाता है। जिससे मंदिर व लोगों के घर तक हिल जाते हैं। वही खुदाई करने वाले आवश्यकता से अधिक गहराई तक जा कर खोद रहे हैं। जिससे भूगर्भ का पानी भी प्रदूषित व असंतुलित होने की पूरी संभावना है। यदि जल्द ही सरकार ने रोक नहीं लगाई तो हजारों की संख्या में लोग बेघर हो जाएंगे और पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे।
स्वामी ने क्षेत्रवासियों से संगठित होने की अपील
पर्यावरण गोष्ठी में स्थानीय लोगों ने भी अपने विचार रखे और 4 गांव के लोग पर्यावरण गोष्टी में सम्मिलित हुए साथ ही यह फैसला लिया गया कि यदि सरकार और प्रशासन नहीं सुनता तो कोर्ट तक पूरा मामला लेकर के जाएंगे। स्वामी मदन गोपाल दास जी महाराज ने सभी क्षेत्रवासियों से संगठित होने की अपील की और कहा कि अपनी जमीन जंगल और पहाड़ बचाने के लिए सब को आगे आना होगा।
जल्द ही गिरवा में एक महापंचायत का किया जाएगा आयोजन
गोष्ठी में क्षेत्र के लोगों ने फैसला किया कि जल्द ही गिरवा में एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, ताकि सरकार तक बात पहुंच सके। सभी ने एक सुर में मांग की कि जल्द से जल्द यहां अवैध पहाड़ों का खनन रोका जाए व क्रेशर का संचालन बंद किया जाए। साथ ही सुंदर स्थान को पर्यावरण के रूप में विकसित किया जाए ताकि स्थानीय लोग यहां से लाभ ले सके।