जेलों मे कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए की गई ये खास व्यवस्था

कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए जेलों में क्वॉरेंटाइन सेल और आइसोलेशन सेंटर को प्रयोग में लाया जा रहा है। किसी भी नए कैदी में कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर उसे 10 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया जाता है। अन्य पुराने कैदियों में ऐसे लक्षण दिखाई देने पर उन्हें जेल अस्पताल के आइसोलेशन सेल में भेजा जा रहा है।

Update:2020-03-18 22:01 IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कैदी विभाग में जेलों में कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की गई हैं और कदम उठाए गए हैं। सभी 71 जेलों में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। हेड क्वार्टर में प्रतिदिन स्थिति की निगरानी की जा रही है।

कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए जेलों में क्वॉरेंटाइन सेल और आइसोलेशन सेंटर को प्रयोग में लाया जा रहा है। किसी भी नए कैदी में कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर उसे 10 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया जाता है। अन्य पुराने कैदियों में ऐसे लक्षण दिखाई देने पर उन्हें जेल अस्पताल के आइसोलेशन सेल में भेजा जा रहा है। इसके बाद जेल डॉक्टर की सलाह पर सीएमओ को संदर्भित कर अन्य जांच व परीक्षण कराए जा रहे हैं।

जेल के बंदियों को साबुन, हैंड वाश और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जेलों में मास्क तैयार कराए जा रहे हैं। इसलिए कैदियों और जेल स्टाफ के बीच 15000 मास्क बांटे जा चुके हैं।

अदालतों से अनुरोध किया गया है कि रिमांड की प्रक्रिया शत-प्रतिशत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जाए। सभी जिला अदालतों के न्यायाधीशों से यह भी अनुरोध किया गया है जिन मामलों में उपस्थिति अनिवार्य है ऐसे मामलों में तारीख बढ़ा दी जाए। इसके अलाव जेलों में विजिटर्स की संख्या सीमित कर दी गई है। कुछ जेलों में थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी शुरू करा दी गई है।

स्पेशल टास्क फोर्स

बंदियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए सूबे की जेलों में स्पेशल टास्क फोर्स गठित की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जेलों में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के दृष्टिगत उसकी रोकथाम के उपाए किए जाने के निर्देश दिये थे। इसी कड़ी में डीजी जेल आनन्द कुमार ने सभी जेलों में स्पेशल टास्क फोर्स बनाने का आदेश दिया। टास्क फोर्स में जेलर व डिप्टी जेलर को शामिल किया गया है।

Tags:    

Similar News