उत्तर प्रदेश में कोरोना से अब तक 11 लोगों ने गंवाई जान, 715 लोग हुए संक्रमित

कोरोना के संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश में अब तक 11 लोगों ने मौत हो चुकी है वहीं संक्रमितों की संख्या 715 हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण ने उत्तर प्रदेश में और तीन लोगों की जान ले ली है।

Update:2020-04-15 11:38 IST
CM योगी: टेलीमेडिसिन के माध्यम से लोगों को सुविधा उपलब्ध कराई जाए

लखनऊ: कोरोना के संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश में अब तक 11 लोगों ने मौत हो चुकी है वहीं संक्रमितों की संख्या 715 हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण ने उत्तर प्रदेश में और तीन लोगों की जान ले ली है। औद्योगिक नगरी कानपुर में 55 वर्षीय कपड़ा कारोबारी की सोमवार को मौत हो गई थी। मंगलवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वह मलयेशिया से आई जमात के चमनगंज स्थित मस्जिद में संपर्क में आने से संक्रमित हुआ था। वहीं, संभल जिले से रेफर किए गए तमिलनाडु के 76 वर्षीय जमाती ने मुरादाबाद अस्पताल में दम तोड़ दिया। आगरा में भी एक 57 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई।

प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 715 पहुंच गई

बता दें कि यूपी में अब तक 11 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को लिए गए 806 नमूनों में से आज 45 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 715 पहुंच गई है।

संक्रामक रोग निदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल के अनुसार मंगलवार को संभल नया जिला सामने आया, जहां छह संक्रमित मरीज मिले। यूपी में 44 जिलों में संक्रमित मरीज हैं।

प्रदेश में वर्तमान में 9274 लोगों को फैसेलिटी क्वांरटीन में रखा गया है। इन सभी के नमूनों की जांच कराई जा रही है। पॉजिटिव आने के बाद मरीज की स्थिति के अनुसार उसे अलग-अलग स्तर के कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।

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एक दिन में सबसे अधिक 2634 नमूनों की जांच

प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को लोक भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी तक एक दिन में सबसे अधिक 2634 नमूनों की जांच सोमवार को की गई थी।

इसी वजह से मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। इस समय प्रतिदिन 2200 से अधिक नमूनों की जांच करने की क्षमता प्रदेश की विभिन्न लैब में है। सोमवार को नोएडा की एक और लैब को जांच की अनुमति मिल गई है।

लैब की संख्या बढ़ने से संदिग्ध लोगों के नमूनों का बैकलॉग अब धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। उन्होंने बताया कि विदेश से आए 71917 लोगों को निगरानी में रखा गया था। इनमें से अधिकतर का 28 दिन का आइसोलेशन का समय पूरा हो चुका है। जो लोग 20 से 22 मार्च को आए थे, सिर्फ वही आइसोलेशन का समय पूरा कर रहे हैं।

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लेवल वन के 78 अस्पताल तैयार

प्रमुख सचिव ने बताया कि लेवल वन के 78 अस्पताल तैयार हैं। जहां भी मरीज मिल रहे हैं, उन्हें लेवल वन के अस्पताल में रखा जा रहा है। लेवल टू के 70 अस्पताल तैयार हैं। इनमें 19 निजी अस्पताल हैं। इसके अलावा छह लेवल थ्री के अस्पताल 40-40 वेंटिलेटर के साथ तैयार हैं।

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से संक्रमित लोगों की संख्या में काफी कमी आई है। जहां भी क्लस्टर में रोगी सामने आए हैं, वहां तीन किलोमीटर के क्षेत्र को पूरी तरह से सील करके रोगियों की पहचान और क्षेत्र का सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। इसके बाद दो किलोमीटर का बफर जोन बनाया गया है। वहां भी घर-घर जाकर लोगों से स्वास्थ्य की जानकारी ली जा रही है।

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