ऐसे होगी कोाविड-19 की जांच, स्थापित की जा रहीं दो नई प्रयोगशालाएं

शहर में कोविड-19 संक्रमण की जांच में तेजी लाने के लिए जल्द ही दो नई प्रयोगशालाओं की स्थापना जिम्स ग्रेटर नोएडा में की जायेगी।

Update: 2020-04-11 13:18 GMT

नोएडा: शहर में कोविड-19 संक्रमण की जांच में तेजी लाने के लिए जल्द ही दो नई प्रयोगशालाओं की स्थापना की जायेगी। आगामी दो से तीन दिनों में जिम्स ग्रेटर नोएडा में प्रयोगशाला स्थापित कर दी जाएगी। इसके लिए 46.22 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसके अलावा एक प्रयोगशाला चाइल्ड पीजीआई में करीब 65 लाख की लागत से स्थापित की जा रही है। इसके लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल के साथ अनुबंध किया गया है। इसके बाद सैंपल को जांच के लिए शहर के बाहर नहीं भेजना होगा।

DM ने दी जानकारी

वर्तमान में सैंपल मेरठ, अलिगढ़, लखनऊ, सैफई स्थित प्रयोगशाला में भेजे जा रहे थे। जिससे रिपोर्ट आने में समय लग रहा था। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि शहर में प्रतिदिन काफी जांच की जा रहीं हैं। हम प्रयासरत है कि जांच का दायरा बढ़ाया जाए साथ ही स्क्रीनिंग भी बढ़ाई जाए। अब तक 1283 जांच की जा चुकी हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 52 है। जिनका इलाज किया जा रहा है।

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जिलाधिकारी ने बताया कि कुल 4०7 लोगों की टीम कोविड-19 वारियर्स के रूप में काम कर रही है। अब तक 1 लाख 75 हजार 929 घरों की विजिट की जा चुकी है। 5 लाख 62 हजार 783 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। 516 लोगों की ट्रैवलर के रूप में पहचान की गई है। सभी सर्विलांस पर है। और इनके संपंर्क में आए लोगों को भी सर्विलांस में है।

502 लोगों को किया गया क्वारंटाइन

स्क्रीनिंग से लेकर लोगों की काउंसलिंग करने में इंटर्न डाक्टरों का अहम रोल है। यूथ डाक्टरों की एक पूरी टीम है। जनपद में यह टीम बड़ी मेहनत से कार्य कर रही है। इनके कार्यों को देखने के लिए राज्य सरकार की ओर से तीन डाक्टरों का पैनल भी यहां मौजूद है। जिनकी निगरानी में कोविड-19 की लड़ाई लड़ी जा रही है। यहा इंटीग्रेटड कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमें 18004192211 पर शहरवासियों की समस्या सुनी जा रही है। वर्तमान में जिले में 64 मरीज कोविड-19 से संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। इसमे से 12 मरीज ठीक होकर घर जा चुके है। जबकि 52 मरीज अभी भी सक्रिय हैं।

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इसमे से पांच मरीज ऐसे है जिनकी पहली रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन नियमता जब तक उनकी दूसरी रिपोर्ट निगेटिव नहीं आती तब तक उनको डिस्चार्ज नहीं किया जाएगा। अच्छी बात यह है कि यहां सभी मरीजों में कोविड-19 के माइल्ड केस मिले है। ऐसे में किसी भी संक्रमित को वेंटिलेटर की आवश्यकता नहीं पड़ी। जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक अस्पतालों में करीब 502 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। जबकि 1200 से ज्यादा लोग होम क्वारंटाइन में है।

मुजफ्फरनगर से आया मरीज कोरोना पाजिटिव

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जिलाधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को जेपी अस्पताल में भर्ती एक मरीज जिसका आपरेशन किया गया वह कोाविड-19 से संक्रमित था। मरीज मुजफ्फरनगर से यहां इलाज करा रहा था। ऐसे में मुज्जफरनगर प्रशसन को इसकी जानकारी दे दी गई है। साथ ही अस्पताल के आपरेशन वार्ड, डाक्टर व नर्स को क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके अलावा आपरेशन थियेटर के साथ वार्ड व मरीज जहां-जहां गया था सभी को सील कर सेनेटाइजेशन किया गया। वहीं, सभी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी की गई है कि इंफ्लूंजा से संबंधित कोई भी केस आता है तो उसकी स्क्रीनिंग की जाए।

यदि हिस्ट्री व लक्षण मिलते हैं तो उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को तत्काल दे। देश के शीर्ष अदालत ने एक याचिका पर सभी निजी प्रयोगशाला में होने वाली कोविड-19 की जांच को निशुल्क कराने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से जियो जारी कर आदेश निर्गत किया जाएगा। राज्य सरकार का जैसा आदेश होगा उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा।

दीपांकर जैन

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