कानपुर: तीन दोस्त बुधवार को स्कूटी से राम गंगा नहर में नहाने पहुंचे।तीनों तीनों नहाते हुए गहरे पानी में चले गए जिसमें दो छात्र जब डूबने लगे तो तीसरा छात्र किसी तरह जान बचा कर नहर से बाहर निकल आया। उसने दोनों दोस्तों के डूबने की सूचना स्थानीय लोगों और पुलिस को दी।मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से नहर से दोनों छात्रों के शव बाहर निकलवाये।लेकिन जब दोनों की मौत की सूचना उनके परिजनों को मिली तो कोहराम मच गया । दोनों मृतक अपने-अपने परिवारों के इएकलौते बेटे थे।
बिधनू थाना क्षेत्र स्थित कल्यानिपुरवा गाँव से होकर बहने वाली राम गंगा नहर उफान पर है। बर्रा आठ के रहने वाले छात्र तीन दोस्त है।बुधवार को शशांक,उत्कर्ष और कृष्णकांत नहर में नहाने का प्लान बनाया था। तीनों दोस्त एक साथ नहर में नहाने के लिए उतरे थे।नहाते वक्त कृष्णकांत और उत्कर्ष की डूब कर मौत हो गयी।किसी तरह शशांक नहर से निकल कर अपनी जान बचा ली।मृतक कृष्णकांत नीट की तैयारी कर रहा था। उत्कर्ष 12 वीं क्लास का छात्र था।
उत्कर्ष की माँ अपने बेटे को जगाती रही बदहवास हालत में कहती रही बेटा उठो तुम्हारी माँ जगा रही है। जब बेटा नहीं उठा तो गुस्से में उठी और शशांक की पिटाई कर दी। कहने लगी मेरे बेटे को शशांक ही घर से लेकर आया था। l
वही कृष्णकांत तीन बहनों में अकेला था पिता अनिल नायक एक प्राइवेट फैक्ट्री में मैनेजर है। बेटे की मौत की खबर से वो सदमे है।जब कृष्ण कान्त की बहन को यह मौत की खबर लगी तो वो बेहोश हो गयी। पापा से पूछने लगी अब मै राखी किसे बांधूगी पापा। यह यह मार्मिक द्रश्य जिसने भी देखा वो अपनी आँखों के आंसूओ को रोक नहीं पाया।
फ़िलहाल पुलिस ने दोनों शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। दोनों ही परिवारों में रक्षा बंधन से पहले मातम छा गया।वहीं ग्रामीणों का कहना है कि शहर से रोजाना कई दर्जन लड़के कार और बाइक से यहाँ पर आते है। लड़के पहले यहाँ पर नशेबाजी करतें है ,इसके बाद इस नहर में नहाते है। जिसकी वजह से आये दिन हादसे होते है।
बिधनू थानाध्यक्ष संजीव चौहान के मुताबिक नहर में तीन लड़के नहाने के लिए आये थे। जिसमें दो की डूब कर मौत हो गयी है उनके शव को गोताखोरों की मदद से निकाला गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।