Unnao: नकाबपोश बदमाशों ने एएनएम से नगदी व जेवर लूटे, 10 दिन से चक्कर काट रही पीड़िता, वीडियो वायरल
Unnao News: पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने दस दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की है। अब पीड़िता ने वीडियो वायरल कर उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
Unnao News: ड्यूटी से लौट रही स्कूटी सवार स्वास्थ्य विभाग की एएनएम को बाइक सवार तीन लुटेरों ने ओवरटेक कर लूटपाट किया। विरोध करने पर कनपटी पर तमंचा लगा कर चेन, अंगूठी तथा सात हजार रुपये लूट लिए। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने दस दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की है। अब पीड़िता ने वीडियो वायरल कर उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। आपको बता दे कि बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के गोशाकुतुब गांव की रहने वाली संगीता मियागंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम के पद पर कार्यरत है। 29 दिसंबर की रात वह ड्यूटी करके स्कूटी से घर लौट रही थी।
वीडियो वायरल कर लगाई गुहार
इसी दरम्यान गांव के पास ही नकाबपोश बाइक सवार तीन बदमाशों ने ओवरटेक कर स्कूटी रोक ली और छीना झपटी करने लगे। विरोध करने पर लुटेरों ने कनपटी पर तमंचा लगाकर जान से मारने की धमकी देने लगे। तब लुटेरों ने जेवर व नगदी लूट ली और बाइक पर सवार होकर संडीला बांगरमऊ मार्ग की ओर भाग निकलें। पीड़िता का आरोप है कि थाने पर तहरीर दिए जाने के बाद भी पुलिस से कोई कार्रवाई नहीं की गई। थाना प्रभारी फूल सिंह ने बताया कि घटना संदिग्ध लग रही है। तहरीर लेने के बाद सभी बिन्दुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है। छानबीन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस पर लगे गम्भीर आरोप
थाना क्षेत्र में लूट की घटना का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई मामलों में पुलिस ने मुकदमे नहीं दर्ज की। अधिकारियों की फटकार के बाद कार्यवाही की। जिससे पीड़ितों को परेशान होना पड़ता है।
36 दिन बाद भी वकील लूटकांड का पुलिस ने नहीं किया खुलासा
वकील के साथ मारपीट कर चैन लूटने के मामले में माखी पुलिस छत्तीस दिन बाद भी लूटेरों का सुराग नहीं लगा सकी। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। वकील का कहना है कि अगर पुलिस से एक सप्ताह के अंदर मामले का खुलासा नहीं किया गया तो वह अमरण अनशन पर करेगें। जिसकी जिम्मेदारी माखी पुलिस की होगी। सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के उनवां गांव के रहने वाले श्रीकांत तिवारी पेशे से वकील है। चार दिसंबर को वह कार से वापस घर लौट रहा था। पीड़ित चेतानखेड़ा गांव के आगे पहुंचा ही था कि पीछे से आ रहे बिना नंबर प्लेट के डंपर चालक ने ओवरटेक किया और डम्पर लगाकर रोक लिया। पीछे से कार सवार चार पांच लोग आए और वकील को गाड़ी से बाहर खीचने लगे। जब सफल नहीं हुए तो वकील के साथ मारपीट करते हुए सोने की चैन लूट कर भाग निकले।
पीडित ने घटना की सूचना सीओ सफीपुर ऋषि कांत शुक्ल और थाना प्रभारी माखी वीर बहादुर को दी। पांच दिसंबर को पीडित की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात डंपर व कार सहित तीन चार अज्ञात लुटेरों के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया। मगर पीडित का मेडिकल नहीं कराया। कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने सीडीआर निकलवाने की बात कही। मगर उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। पीडित थाने के चक्कर लगाता रहा और पुलिस सीडीआर का बहाना बनाती रही। पीडित वकील ने बताया कि यदि पुलिस एक सप्ताह में घटना का खुलासा नहीं करती है तो वह अमरण अनशन करेगा। थाना प्रभारी वीर बहादुर ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। अभी कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगे हैं। मामले का खुलासा किया जाएगा।