Unnao News: कूट रचित दस्तावेज से जमीन हड़पने में लेखपाल, कानूनगो और प्रधान समेत 9 पर केस दर्ज
Unnao News: बुजुर्ग किसान की बेशकीमती जमीन को हड़पने के लिए ग्राम प्रधान, लेखपाल और कानूनगो ने अपने साथियों के साथ मिलकर बड़ा खेल कर दिया
Unnao News: उन्नाव में जमीनों के मामलों में धोखाधड़ी की घटनाएं कुछ ज्यादा ही सामने आने लगी हैं। ताजा मामला उन्नाव के आसीवन थानाक्षेत्र के उदशाह गांव का है, जहां के रहने वाले बुजुर्ग किसान की बेशकीमती जमीन को हड़पने के लिए ग्राम प्रधान, लेखपाल और कानूनगो ने अपने साथियों के साथ मिलकर बड़ा खेल कर दिया। तीनों ने मिलकर किसान को कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर मृतक दिखा उसकी भूमि की वरासत एक दूसरे व्यक्ति के नाम पर करवा दी। खेल यहीं नही रुक उस व्यक्ति ने एक अन्य को जमीन बेंच दी। जिसके बाद किसान को उसके साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई। जिसके बाद किसान ने सीएम पोर्टल पर शिकायत की। जांच के दौरान पूरा खेल खुलकर सामने आ गया।
दोषियों पर कार्रवाई न होता देख कोर्ट की शरण में गया जहां से अंत में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जबकि तहसील प्रशासन ने फर्जी तरह से हुई वरासत और गलत बैनामे को भी निरस्त कर दिए हैं।
आपको बता दें कि सफीपुर तहसील क्षेत्र के उदशाह गांव के रहने वाले बुजुर्ग किसान शिव चरण पुत्र छोटेलाल ने बताया कि उसकी पुस्तैनी भूमि संख्या 222 अभिलेखों में दर्ज है। इस भूमि को हड़पने के लिए ग्राम प्रधान राम नारायण ने अपने लेटर पैड पर पीड़ित किसान को मृत दर्शा दिया। यही नही लेटर पैड में पास के गांव पल्टा खेड़ा के रहने वाले विकास कुमार को उसका पुत्र दर्शा दिया। जिसके बाद चकबंदी लेखपाल राजेश, कानूनगो जगदीश ने प्रधान से मिली भगत कर 21 दिसंबर 2023 को किसान शिवचरण की जमीन विकास कुमार के नाम वरासत दर्ज कर दी।
जमीन विकास के नाम दर्ज होने पर विकास ने 23 फरवरी को जमालपुर गांव निवासी अनूप कुमार को यह जमीन बेंच दी और बैनामा कर दिया। जब अनूप सिंह मौके पर जमीन का कब्जा लेने पहुंचे तो किसान शिवचरण के पैरों तले से जमीन खिसक गई। शिवचरण ने मामला पता किया तो उसकी जमीन किसी और के नाम पर वरासत कर दर्ज कर दी गई थी।
अधिकारियों से शिकायत कर लगातार मामले की जानकारी दी गई, लेकिन कहीं से कुछ मदद न मिलती देख पीड़ित किसान शिवचरण ने सीएम पोर्टल पर शिकायत की। जिसके बाद मामले में जांच हुई तो पूरा खेल खुलकर सामने आ गया। जांच के आधार पर वरासत और बैनामा निरस्त कर दिया गया है। जमीन वापस किसान के नाम पर दर्ज करवा दी गई है।
दोषियों पर कार्रवाई न होने पर पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटया
मामले में दोषियों पर कार्रवाई न होता देख किसान शिवचरण ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर आसीवन थाना पुलिस ने ग्राम प्रधान राम नारायण, चकबंदी लेखपाल राजेश, कानूनगो जगदीश, विकास, अनूप कुमार, रजनीश, रामनरेश, पिंटू और प्रदीप कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।