Unnao News: पिता ने कैमरे पर कुबूला गुनाह, बोला- पहले बेहोश किया फिर दबा दिया गला

Unnao News: वीडियो में पिता से एक शख्स पूछ रहा है कि बिजली से घटना नहीं है... पिता बोला- नही है,नही है... हमसे हुआ था', सलफाज की झाक से छोटी वाली बच्ची नशे में गिर गई...

Report :  Shaban Malik
Update:2023-11-25 16:27 IST
आरोपी बच्चों का पिता (Pic:Newstrack)

Unnao News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुई चार बच्चों की करंट से हुई मौत के मामले में एक नया मोड़ आकर खड़ा हो गया है। पुलिस जिस घटना में बच्चो की मौत करंट से बता रही थी, आज उसके ही पिता का कुबूलनामा सबके सामने आ गया है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, इस 01:40 सेकेंड के वीडियो में अपने ही चार बच्चो की हत्या का सच कुबूला है। वीडियो में पिता से एक शख्स पूछ रहा है कि बिजली से घटना नहीं है... पिता बोला- नही है,नही है... हमसे हुआ था', सलफाज की झाक से छोटी वाली बच्ची नशे में गिर गई... जब गिर गई तो बहुत जोर से तड़पने लगी, और वह तीनों बच्चे भी गिर गए, उसी के पास में फिर हमसे ऐसे ही दाब दिया, छोटे वाले पहले ही खत्म हो गए थे हमने दाब दिया था, और उनके उंपर पंखा गिरा दिया था,पंखा नही चालू था,बटन बन्द था। हमें कुछ नहीं समझ में आ रहा था हमारे दिमाग में बस ऐसा लग रहा था इनको मार दें। दो को समझो या सबको समझो मारा तो हमने ही सबको।

दवा रखा गेहूं खोलने पर उठी दुर्गंध से बच्चों की मौत होने की कही बात...

बारसगवर थाना क्षेत्र के लालमनखेड़ा गांव में 19 नवंबर (रविवार) चार सगे भाई-बहन की मौत के बाद पिता ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। हैलट में इलाज के बाद सुधार होने पर गुरुवार शाम घर आया। जहां एक शख्स के पूछने पर वीडियो में पूछताछ में पिता ने बताया कि जहर दिया नहीं है। दवा रखा गेहूं खोलने पर उसकी दुर्गंध से एक के बाद एक बच्चे गिर पड़े और उनके मुंह से झाग निकलने लगी। घबरा कर दो बच्चों के ऊपर पंखा रख दिया था। बच्चों की करंट से मौत नहीं हुई है।

कमरे में मौजूद छोटी बेटी मानसी गिर गई और उसके मुंह से झाग निकलने लगा। तभी देखते देखते तीन बच्चों में मयंक, हिमांशी व हिमांग भी गेहूं में रखी दवा की दुर्गंध से गिर पड़े। पिता वीरेंद्र का कहना है कि यह देख वह घबरा गया और दो बच्चों को घर में रखे पंखे से दब दिया। जिससे यह पता चले कि करंट से मौत हुई है। पिता के मुताबिक बच्चों की करंट से मौत नहीं हुई है। पूछताछ में कहा कि अब जो भी समझो, दोनों को समझो या चारों को समझो। बच्चों को जहर दिया नहीं है।

प्रेमिका के लिए, पिता ने बच्चो को मार..

प्रेम संबंधों में रोड़ा बन रहे बच्चो को, प्रेमिका की बातों में आकर अपने ही चार बच्चों की हत्या कर दी। यह को कुबूलनामा बारसगवर थाने क्षेत्र के लालमनखेड़ा गांव के सगे चार मासूम भाई-बहनों की हुई मौत के मामले में आरोपी पिता वीरेंद्र कुमार ने किया है। पिता ने बताया कि चार मासूम बच्चों की मौत करंट लगने से नहीं, बल्कि गेहूं में डालने वाली कीटनाशक दवा सलफाज की झाक से बेहोश होने के बाद मुंह दबाने से हुई थी!

पत्नी ने भी पति पर लगाए आरोप, पुलिस को दी तहरीर...

बच्चों की मां शिवदेवी ने थाना में तहरीर देकर बताया कि रविवार को खेत गई थी। तब उसे मालूम हुआ कि चारों बच्चों की करंट लगने से मौत हो गई। घर आई तो बच्चों को जमीन पर पड़ा देखा और उनकी मौत हो चुकी थी। पति वीरेंद्र का गांव की महिला से संबंध बनाए होने से विरोध करने पर उसे व बच्चों को अक्सर मारपीट करता था और जान से मारने धमकी देता था। आशंका है कि पति वीरेंद्र ने बच्चों को करंट व जहर देकर मारा है।

पिता के बयान ने पुलिस को भी उलझाया

मृतक चार बच्चो का पिता कानपुर के हैलेट अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुँचा तो उसे देखने के लिए ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा। हर किसी ने पहले तो दुःख व्यक्त किया बाद में बच्चो की मौत पर सवाल जवाब किए तो उसने एक ही रटा रटाया बयान कहता रहा कि उसने ही सभी बच्चों को मौत के घाट उतारा है। लेकिन यह बात कोई मानने को तैयार नही है। उधर जांच कर रही पुलिस भी परेशान होती दिख रही है।

दोपहर धान काटने गया था तो कैसे मारा ?...

पिता ने दो वायरल वीडियो में अलग अलग बयान दिए है एक मे दो बच्चो की सल्फास की गोली की झाक लगने से मौत कही तो दूसरे में एक बच्चे की। साथ ही अन्य की गला दबाकर हत्या करने की बात कही है। लेकिन घटना के दिन वह अपनी पत्नी के साथ ही खेतो पर धान की फसल काटने गया था। करीब दो घंटे बाद इस घटना की गांव के ही किसी ने सूचना दी थी। लेकिन उस वक़्त पिता खेतो में है।

कही महिला मित्र को बचाने में तो नही रच रहा साजिश...

वायरल एक वीडियो सवाल पूछने पर गांव की ही एक महिला का नाम सामने आया। जो कि पहले मृतक के पिता की करीबी महिला मित्र थी। अब पुलिस के दबाव में महिला मित्र को बचाने के लिए यह साजिश तो नही रच है सारे आरोप अपने सिर लेने को तैयार है।

जहर देने के साथ गला दबाने से मौत की पुष्टि...

शवों के ऊपर बिजली का पंखा (फर्राटा) पड़ा हुआ था। पंखा देख सभी ने करंट से मौत होने की आशंका जताई थी। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया था। रिपोर्ट में जहर देने के साथ गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई थी। लेकिन, पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की थ्योरी ही बदल दी थी।

पुलिस ने सार्वजनिक नहीं की पोस्टमार्टम रिपोर्ट...

एसपी के मुताबिक बच्चों की मौत करंट लगने से हुई थी न कि जहर खाने से। घटना को दबाने के लिए पुलिस ने छह दिन तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की। मृत बच्चों के परिजन और राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी के कहने के बाद भी पुलिस ने उन्हें रिपोर्ट नहीं दिखाई।

बिसरा रिपोर्ट का इंतजार, 14 दिन में आने की उम्मीद...

फिलहाल पुलिस ने डाक्टरों के द्वारा मृतक बच्चो के सुरक्षित करवाया था। बीते बुधवार को पुलिस की तरफ से कार्यवाही पूर्ण कर बिसरा एफएसएल लैब भेज दिया गया है। उम्मीद है कि आगामी चौदह दिनों में रिपोर्ट आएगी। लखनऊ से रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

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