Unnao News: आतंक मचा रहा उत्पाती बंदर पिंजरे में कैद, कई लोगों को किया जख्मी
Unnao News: हर वक्त डर लगा रहता था कि कहीं बंदर हमला न कर दे। बच्चों को भी घर में ही रहने को कहा गया था।
Unnao News: उन्नाव में एक उत्पाती बंदर को पिंजरे में कैद कर लिया गया है, जिसने कई लोगों को जख्मी कर दिया था। वन विभाग ने पहले इस बंदर को पकड़ने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में इसे पकड़ लिया गया है। यह बंदर इलाके में आतंक मचा रहा था और लोगों को डरा रहा था। इसके हमले से कई लोग घायल हो गए थे और लोगों ने इसकी शिकायत वन विभाग से की थी। वन विभाग की टीम ने बंदर को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया और आखिरकार इसे पकड़ लिया गया है। अब यह बंदर पिंजरे में है और लोगों को इससे राहत मिली है।
उन्नाव मे गंगाघाट के अम्बिकापुरम मोहल्ले में आतंक मचा रहे एक उत्पाती बंदर को आखिरकार पकड़ लिया गया। यह बंदर न केवल लोगों पर हमला करता था, बल्कि घरों से सामान चुराने और बच्चों को डराने का काम भी कर रहा था। इसके आतंक से परेशान मोहल्ले वालों ने नगर पालिका गंगाघाट में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद बंदर को पकड़ने के लिए विशेष इंतजाम किए गए।मोहल्ले के निवासी दिनेश, सुनील और महेश ने बताया कि बंदर ने पिछले हफ्ते से कई लोगों को काटकर जख्मी कर दिया था। बच्चे घर से बाहर निकलने से डरने लगे थे और लोग अपने घरों की छतों और बालकनियों पर भी जाने से कतराने लगे थे। दिनेश ने कहा, "हर वक्त डर लगा रहता था कि कहीं बंदर हमला न कर दे। बच्चों को भी घर में ही रहने को कहा गया था। बंदर के पकड़े जाने से मोहल्ले के लोगों ने राहत की सांस ली है। यह घटना उन्नाव के लोगों के लिए एक बड़ी राहत है, और उम्मीद है कि अब मोहल्ले में शांति और सुरक्षा बनी रहेगी।
ऐसे बंदर पिंजरे में फंसा
मोहल्ले के निवासियों ने नगर पालिका गंगाघाट में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष कौमुदी पाण्डेय और उनके प्रतिनिधि संदीप पाण्डेय ने वन विभाग से संपर्क किया। लेकिन वन विभाग ने बंदर पकड़ने में असमर्थता जताई। इसके बाद नगर पालिका ने खुद ही इस समस्या का समाधान करने की ठानी। मोहल्ले के सभासद अखिलेश निषाद की छत पर पिंजरा रखा गया और संदीप पाण्डेय के नेतृत्व में एक टीम ने बंदर को पकड़ने के लिए रणनीति बनाई। संदीप पाण्डेय ने बताया, "बंदर को पकड़ना आसान नहीं था, लेकिन सही रणनीति और प्रयासों से हमने सफलता हासिल की।" मंगलवार को जैसे ही बंदर पिंजरे में फंसा, मोहल्ले में राहत की लहर दौड़ गई। बंदर के पकड़े जाने के बाद मोहल्ले के लोग बड़ी संख्या में मौके पर जमा हो गए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के चेहरे पर राहत और खुशी साफ झलक रही थी। स्थानीय निवासी सुनीता देवी ने कहा, "अब हम चैन से रह सकते हैं। बच्चों को भी खेलने के लिए बाहर भेज सकते हैं।" पकड़े गए बंदर को नगर पालिका के अधिकारियों ने वन विभाग को सौंप दिया है। वन विभाग इसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ने की प्रक्रिया में है।