Unnao: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना फर्जीवाड़ा मामले में सचिव निलंबित
Unnao News: उन्नाव मे मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। इस मामले में सचिव रजनीश यादव को निलंबित किया गया है।
Unnao News: उत्तर प्रदेश के जिला उन्नाव मे मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। यंहा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना मे मिलने वाले 35 हजार नगद और 10 हजार का सामान पाने के लिये एक विवाहित जोड़े ने दोबारा शादी रचा डाली थी। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में शादीशुदा जोड़ें का विवाह कराने के मामले में सचिव रजनीश यादव को निलंबित किया गया है। जांच के लिए ग्राम विकास अधिकारी सिकंदरपुर सरोसी को नामित किया है। आरोप है सचिव ने जांच करने के बाद भी अपात्र जोड़ें को पात्र बनाकर सामूहकि विवाह कराया।
विवाहित जोड़े की हुई थी दोबारा शादी
आपको बता दें की जनपद उन्नाव जिले के बीघापुर ब्लाक परिसर में 17 फरवरी को सुमेरपुर क्षेत्र की पंचायत जगतपुर के विवाहित जोड़े का विवाह कराया था। प्रधान के परिवार की रेखा पुत्री देवदत्त उर्फ पुत्तन का विवाह एक वर्ष पूर्व कुंभी अकबरपुर के जितेन्द्र पुत्र मक्खनलाल के साथ हुआ था। इसके बाद भी जिम्मेदारों से सांठगांठ कर दोबारा से शादी रचा ली। मामला सुर्खियों में आने के बाद सचिव ने आनन फानन विवाहित जोड़े से सामान की वापसी करा ली। मामले को संज्ञान में लेकर बीडीओ संध्यारानी ने सचिव रजनीश यादव से स्पष्टीकरण तलब किया। जिसमें जांच करने के बावजूद विवाहित जोडे को पात्र घोषित करने वाले सचिव को दोषी मानते हुए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी थी। सीडीओ प्रेम प्रकाश के निर्देश पर मामले में लापरवाही बरतने, सरकारी धन का दुरुपयोग आदि मामलों में दोषी मानते हुए सचिव को डीडीओ संजय पांडेय ने निलंबित कर दिया है। वही सीडीओ ने इस पूरे मामले में बताया कि सामूहिक विवाह मामले में एक शिकायत प्राप्त हुई थी इसमें एक व्यक्ति ने दोबारा शादी करने का प्रयास किया था फर्जी दस्तावेज के आधार पर फर्जी सत्यापन के आधार पर इस पूरी शिकायत पर जांच करवा कर कर्मचारी के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की गई है।