Unnao News: पुलिस की कार्यशाली से आहत SP ऑफिस में युवक ने किया आत्मदाह, KGMU में तोड़ा दम
Unnao News: जिले में दो दिन पहले एसपी कार्यालय में खुद पर पेट्रोल डाल आग लगाए जाने से झुलसे दलित युवक की लखनऊ के केजीएमयू में इलाज दौरान मौत हो गई।
Unnao News: जिले में दो दिन पहले उन्नाव पुलिस की कार्यशाली से आहत एसपी कार्यालय में खुद पर पेट्रोल डाल आग लगाए जाने से झुलसे दलित युवक की लखनऊ के केजीएमयू में इलाज दौरान मौत हो गई। सूचना मिलने पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। लखनऊ में पोस्टमार्टम के बाद शव एम्बुलेंस से गांव भुलेमऊ पहुंचा। जब शव गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। नाराज परिजनों ने उन्नाव पुरवा राजमार्ग को जाम कर दिया है। बेटे की मौत को लेकर पिता समेत अन्य परिजन पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। गांव में पहले से ही पुलिस फोर्स की तैनाती है। मृतक युवक समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ था इसलिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी परिवार के लोगों से मिलने पहुंचे हैं।
बता दें कि बीती 27 दिसम्बर के दोपहर करीब एक बजे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुरवा कोतवाली क्षेत्र के भूलेमऊ गांव का रहने वाला श्री चंद्र पुलिस अधीक्षक के ऑफिस पहुंचा और उसने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी थी। इसके बाद उसे मौजूद पुलिसकर्मियों ने उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल रेफर कर दिया था।
लखनऊ के अस्पताल में डॉक्टरों ने उपचार करने के साथ ही ऑपरेशन कर गले में नली डाल दी जिससे वह कुछ खा सके। कल देर रात उपचार के बाद श्री चंद्र की लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मचा है। वही पिता समेत अन्य लोगों ने पुरवा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मौत को लेकर उन्नाव पुलिस महकमा भी अलर्ट है। गांव में घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात है। उपद्रवी लोगों पर पुलिस की नजर है लखनऊ में बैठे अधिकारी भी मामले की अपडेट ले रहे हैं। पीड़ित आईपीसी 147,148,323,504,506,308 और एससी एसटी के मुकदमे में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आहत था। पीड़ित ने सीओ पुरवा पर तीन लाख रुपए लेकर नाम बाहर निकालने का आरोप लगाया है।
IG ने घर पहुँच समझा था प्रकरण
बीते बुधवार को भी घटना के बाद आईजी रेंज लखनऊ तरुण गाबा पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे और घटना स्थल का जायजा लिया था। उसके बाद पीड़ित के घर पहुंच कर उनके परिजनों से मारपीट से संबंधित पूरी जानकारी हासिल की थी। आईजी ने परिजनों को आश्वासन दिया था कि मामले की दोबारा जांच होगी। फिलहाल उसकी मौत के बाद परिजनों में गुस्सा है।
यह है पूरा मामला
बता दें कि जनपद के पुरवा कोतवाली क्षेत्र के भूलेमऊ गांव के रहने वाला श्री चंद्र पुत्र रामस्वरूप पासी ने बीते 18 अक्टूबर को अनीश,आरिफ़,मुमताज़, साबीरा,मुनीर व मुमताज की पत्नी के खिलाफ लाठी डंडों और धारदार हथियार से मारने पीटने के साथ ही जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद श्री चंद्र की तहरीर पर पुरवा थाने में धारा 147, 148, 323, 504, 506, 308 एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था।
मामले की जांच पड़ताल क्षेत्राधिकारी पुरवा कर रहे थे। जांच के दौरान दो आरोपियों के नामजदगी गलत पाए जाने पर जांच अधिकारी ने नाम हटा दिया और बीते नवंबर माह में चार्ट सीट लगा लगाते हुए न्यायालय में दाखिल करा दिया। इसके बाद वादी का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों के नाम हटा दिया और उनकी गिरफ्तारी तक नहीं की थी। 27 दिसंबर बीते बुधवार को दोपहर एक बजे पुलिस की कार्यशैली से आहत युवक एसपी ऑफिस के दूसरे गेट से कंबल लपेटकर परिसर में पहुँचा और अपर पुलिस अधीक्षक कमरे के बाहर खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया और आग लगा ली थी।