सालगिरह: BJP के बयानवीरों ने 12 महीने में छः बार कराई सरकार की किरकिरी

यूपी सरकार के लिए बीता एक साल उतार-चढ़ाव भरा रहा। कहीं सरकार की गूंज तो कहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बयानवीरों की वजह से सरकार की फजीहत हुई। आप भी जानिये बीते 12 महीने में कब-कब सरकार को उनके ही बयानवीरों ने कटघरे में खड़ा किया।

Update: 2018-03-19 13:53 GMT

मनोज द्विवेदी

लखनऊ: यूपी सरकार के लिए बीता एक साल उतार-चढ़ाव भरा रहा। कहीं सरकार की गूंज तो कहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बयानवीरों की वजह से सरकार की फजीहत हुई। आप भी जानिये बीते 12 महीने में कब-कब सरकार को उनके ही बयानवीरों ने कटघरे में खड़ा किया।

सालगिरह पर भी हमलावर मंत्री जी

बीजेपी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर सरकार के एक साल के जश्न में शामिल नहीं हुए और विरोधी बयानबाजी से बाज नहीं आए। उन्होंने फिर सरकार पर हमला बोला। इसी साल जनवरी में संत कबीरनगर में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान राजभर ने कहा कि जो अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजते हैं, उन्हें जेल भेजा जाएगा। इससे पहले ओम प्रकाश राजभर ने कई बार अपने बयानों से बीजेपी सरकार को असहज किया। कभी उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को ही कटघरे में खड़ा ​कर दिया तो कभी गठबंधन पर सवाल उठाए।

वीरांगना से बियर शॉप तक

बीजेपी नेत्री और मंत्री स्वाति सिंह बहुजन समाजवादी पार्टी पर पलटवार करते हुए खुद को वीरांगना घोषित किया था। उसी से प्राप्त ख्याति के दम पर वे चुनाव जीतीं और मंत्री बनीं। लेकिन उनकी किरकिरी उस वक्त हुई जब वे लखनऊ में एक बियर शॉप के उद्घाटन पहुंच गईं। खबर मीडिया में आते ही तमाम विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया। इसके बाद खुद सीएम योगी ने मंत्री स्वाति सिंह को तलब कर लिया। उनसे मामले में सफाई मांगी गई।

बच्चों की मौत पर असंवेदनशीतला

गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कह दिया कि अगस्त महीने में जापानी इन्फ़ेसलाइटिस से बच्चे मरते ही मरते हैं। उनके कहने का मतलब था, बच्चों की मौत रूटीन प्रक्रिया है और इसमें सरकार का कोई रोल नहीं। इसके बाद खुद सीएम ने भी यह कहकर जले पर नमक छिड़क लिया कि सरकार बच्चें पालने का काम नहीं करती।

ताजमहल को बताया कलंक

बीजेपी के फायरब्रांड नेता ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए एक कार्यक्रम के दौरान कहा की ताजमहल कलंक की निशानी है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इतिहास की किताबों से मुगलों को निकालकर यूपी में इतिहास पढ़ाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी सरकार अकबर और बाबर औरंगजेब जैसे कलंक कथा लिखने वाले बादशाहों को इतिहास से निकालने की तैयारी कर रही है। बाद में बवाल मचा तो नेताजी ने बयान से ही पल्ला झाड़ लिया।

विधायक जी के बिगड़े बोल

बीजेपी विधायक विक्रम सैनी ने मुजफ्फरनगर में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर एक कार्यक्रम में कहा की 'हम दो हमारे दो' हमने तो मान लिया लेकिन हमारे बहुत से भाई तो एक पर ही अटक गए। हम दो हमारे एक और कहीं हम दो हमारे 18। उन्होंने कहा कि नियम कानून सभी के लिए होना चाहिए। जब तक नियम कानून नहीं बनता, तब तक हिंदू भाइयों तुम्हें छूट है। रुकना मत। कानून बनेगा तो सभी के लिए बनेगा। इसे लेकर भी खूब बवाल मचा।

भविष्यवक्ता बने विधायक

इसी साल फरवरी महीने में चर्चित विधायक ब्रजभूषण शरण सिंह ने कहा कि यूपीए सरकार के घोटालों को मोदी सरकार खोल रही है। पीएनबी के बाद अगली बारी राहुल गांधी, राबर्ट बाड्रा और सोनिया गांधी की है। उनके इस बयान पर बीजेपी को असमंजस में डाल दिया। बवाल मचने पर विधायक जी ने चुप रहने में ही ही अपनी भलाई समझी।

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