UP Cabinet Meeting: सीएम योगी की अगुवाई में आज होगी यूपी कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक, कई जरूरी फैसलों पर लग सकती है मुहर
UP Cabinet Meeting: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट बैठक होगी, जिसमें यमुना एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल से जोड़ने की जिम्मेदारी अब NHAI को सौंपे जाने सहित आवास और नगरीय विकास से जुड़े कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी मिल सकती है।;
महाकुंभ में 22 को संभव है कैबिनेट की बैठक (Photo: Social Media)
UP Cabinet Meeting: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को सुबह 11:30 बजे लोकभवन में कैबिनेट की अहम बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में आवास विभाग और लोक निर्माण विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा, जिनके पारित होने की संभावना है।
बैठक में एक बड़ा निर्णय यमुना एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ने को लेकर लिया जा सकता है। अब यह परियोजना यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YIDA) के बजाय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपी जा सकती है। इसके लिए पहले से स्वीकृत YIDA के प्रस्ताव को निरस्त किया जाएगा, जिससे NHAI के लिए निर्माण कार्य का रास्ता साफ हो सके। इसके अलावा, आवास विभाग की उत्तर प्रदेश हाईटेक टाउनशिप नीति में संशोधन से जुड़ा प्रस्ताव भी कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा। साथ ही नगरीय उपयोग प्रभार वसूलने के लिए तैयार की गई नई नियमावली को भी मंजूरी मिलने की संभावना है।
10 मार्च को हुई थी पिछली बैठक
योगी सरकार की पिछली कैबिनेट बैठक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार (10 मार्च) को हुई थी। इस दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए थे। बैठक में विभिन्न विभागों के कुल 19 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी। प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने संवाददाताओं को जानकारी दी थी कि सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
वित्त मंत्री ने बताया था कि मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए एक अन्य निर्णय के तहत बलिया जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए नि:शुल्क जमीन के स्थानांतरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। उन्होंने बताया था कि जिला कारागार की 14.05 एकड़ जमीन चिकित्सा शिक्षा विभाग को नि:शुल्क हस्तांतरित की जाएगी। इनमें से 12.39 एकड़ जमीन पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाना प्रस्तावित था, जबकि करीब दो एकड़ जमीन का सौंदर्यीकरण कर उस पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चित्तू पांडे का स्मारक बनाया जाना तय किया गया था। उन्हीं के नाम पर प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज का नामकरण किए जाने की संभावना जताई गई थी।