UP Coronavirus Update: यूपी में रिकवरी रेट बढ़ी, अब ये जिला भी हुआ कर्फ्यू फ्री

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में निरंतर कमी देखी जा रही है। राज्य में पिछले 24 घण्टों में 2,80,220 कोविड टेस्ट किये गये हैं।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Ashiki
Update: 2021-06-07 13:10 GMT

कोरोना कर्फ्यू : फोटो- सोशल मीडिया 

लखनऊ: प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में भी निरंतर कमी देखी जा रही है। राज्य में पिछले 24 घण्टों में 2,80,220 कोविड टेस्ट किये गयेshre हैं। अब तक कुल 5 करोड़ 16 लाख 22 हजार 903 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। इनमें पॉजिटिविटी दर 3.3 प्रतिशत रही है। विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 727 मामले प्रकाश में आए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर बढ़कर 97.8 प्रतिशत हो गई है। सहारनपुर में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 600 से कम हो गई है। अब सहारनपुर में मंगलवार 8 जून को सुबह 7 बजे से आंशिक कोरोना कर्फ्यू में छूट दी जायेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय अधिकारियों की हुई बैठक में यह बात सामने आई। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के अन्य राज्यों के सापेक्ष उत्तर प्रदेश में संक्रमण की स्थिति नियंत्रित है। यहां प्रतिदिन संक्रमण के नए मामलों की संख्या संक्रमण के उपचार के बाद डिस्चार्ज होने वाले मामलों की संख्या से काफी कम है। इसके बावजूद संक्रमण की चेन हर स्तर पर तोड़ने के लिए प्रभावी प्रयास निरन्तर जारी रहने चाहिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में आंशिक कोरोना कर्फ्यू लागू है, वहां इसका प्रभावी ढंग से पालन कराया जाए। जिन जनपदों में सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू में छूट दी जा रही है, वहां छूट की अवधि में कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन कराया जाए। साथ ही फुट पेट्रोलिंग भी की जाए। पी0आर0वी0 112 वाहनों के माध्यम से लोगों को मास्क के प्रयोग तथा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए जागरूक किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निगरानी समितियों के पास पर्याप्त संख्या में मेडिसिन किट उपलब्ध रहें। ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए सभी जनपदों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे। ब्लैक फंगस के संक्रमण के सम्बन्ध में मीडिया के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जाए।


उन्होंने कहा कि चिकित्सक का प्राथमिक कार्य आमजन को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसलिए चिकित्सकों को कार्यालय प्रबन्धन कार्य से हटाकर अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर तैनात किया जाए। यह तैनाती इस प्रकार की जानी चाहिए कि प्रत्येक प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक उपलब्ध हो। ए0एल0एस0, '108' एवं '102' एम्बुलेंस सेवाएं सुचारु एवं प्रभावी ढंग से कार्यरत रहनी चाहिए। एम्बुलेंस सेवाओं को और बेहतर तथा कारगर बनाने के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही की जाए। इस मौके पर मुख्यमंत्री को बताया गया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमाण्ड निरन्तर कम हो रही है। राज्य में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है।

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