UP Election 2022: काशी के कोतवाल से सपा प्रमुख ने लिया आर्शीवाद, आजमगढ़ की रैली में जमकर गरजे अखिलेश
UP Election 2022: सात मार्च को होने वाले सातवें और अंतिम चरण के मतदान (seventh phase polling) के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा। सपा प्रमुख अखिलेश यादव आजमगढ़ होते हुए वाराणसी पहुंचे और काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव से जीत के लिए आर्शीवाद लिया।
Lucknow: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) अपने आखिरी दौर में प्रवेश कर चुका है। आज सात मार्च ( 7 March) को होने जा रहे सातवें और अंतिम चरण के मतदान (seventh phase polling) के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा (election campaign will end)। इस चरण में मंदिरों की नगरी काशी भी है। लिहाजा सभी सियासी दल बाबा विश्वनाथ (Baba Vishwanath) की नगरी में खूब पसीना बहा रहे हैं। इसी कडी में आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव आजमगढ़ जाने के क्रम में वाराणसी पहुंचे और काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव से जीत के लिए आर्शीवाद लिया। इस दौरान उन्होंने महामृत्युंजय महादेव स्थित स्वंयभू शिवलिंग पर भी मत्था टेका।
आजमगढ़ (Azamgarh) में बीजेपी पर बरसे अखिलेश
पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी का मजबूत गढ़ माने जाने वाली आजमगढ़ (Azamgarh) जिले में भी सातवें चरण में मतदान होना है। लिहाजा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former Chief Minister Akhilesh Yadav) प्रचार के दिन यहां रैली करने पहुंचे। सपा प्रमुख को सुनने के लिए यहां बड़ी संख्या में भीड़ मौजूद थी।
भारी भीड़ को देखकर गदगद हुए अखिलेश ने पीएम मोदी (PM Modi) से लेकर सीएम योगी तक सभी भाजपा नेताओं पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पीएम मोदी के परिवारवादी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कुछ लोग हमें परिवारवादी कहते हैं। हम और आप सब परिवार वाले हैं। हम सब जब कभी घर लौटते हैं तो घरवालों के लिए कुछ न कुछ सामान लेकर लाते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गर्मी वाले बयान पर एकबार फिर पलटवार करते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि गर्मी निकालने वालों को जनता ने छह चरणों के बाद भाप निकाल दिया है। सातवें चरण में सात समंदर पार भेजेगी। आजमगढ़ की अतरौलिया में जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने सीएम योगी को निशाने पर लेते हुए कहा कि हम बाबा मुख्यमंत्री से कहना चाहते हैं कि जब आप 11 मार्च को वापस गोरखपुर जाएं तो अपने गुल्लू के लिए बिस्किट जरूर ले जाएं।
कालभैरव में दर्शन करने के मायने
दरअसल, काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा कालभैरव के बारे में कहा जाता है कि जब भी कोई काम की शुरूआत की जाए तो बाबा कालभैरव का आर्शीवाद जरूर लेना चाहिए। यही वजह है कि आजमगढ़ में रैली शुरू करने से पहले उन्होंने यहां से पहले आर्शीवाद लेना उचित समझा। बता दें कि बाबा कालभैरव और महामृत्युंजय महादेव मंदिर वाराणसी शहर दक्षिणी विधानसभा सीट में आता है।
बाबा विश्वनाथ मंदिर भी इसी विधानसभा सीट में आता है। सपा ने यहां पर महामृत्युंजय महादेव के महंत कामेश्वर उर्फ किशन दीक्षित को मैदान में उतारा है। जो बीजेपी के प्रत्याशी नीलकंठ तिवारी को जबरदस्त टक्कर देते नजर आ रहे हैं। नीलकंठ तिवारी योगी सरकार में मंत्री हैं औऱ दूसरी बार बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं। उनके खिलाफ यहां नाराजगी की बात भी कही जा रही है।
बीते दिनों वायरल हुआ उनका माफीवाला वीडियो इस बात की पुष्टि भी करता है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भी यहां रोड शो कर बाबा विश्वानाथ मंदिर के विधानसभा सीट पर बीजेपी की चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने की कवायद करते नजर आए।