UP Election 2022: कांग्रेस ने अखिलेश, शिवपाल के खिलाफ नहीं उतारा अपना प्रत्याशी, दो सीट पर सपा को वॉकओवर

UP Election 2022: कांग्रेस ने मैनपुरी की करहल और जसवंतनगर सीट पर अखिलेश यादव और शिवपाल के खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है।

Published By :  Shreya
Update:2022-02-01 21:23 IST

अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, प्रियंका गांधी (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

UP Election 2022: इस चुनाव में कांग्रेस (Congress) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच भले जुबानी जंग चल रही हो, लेकिन दोनों दलों के आला नेताओं के रिश्ते में दरार नहीं आई है। इसका जीता जागता उदाहरण मैनपुरी (Mainpuri) की करहल (Karhal Assembly Seat) और जसवंतनगर सीट (Jaswantnagar Vidhan Sabha Seat) पर दिखाई दिया है। जहां से अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल (Shivpal Singh Yadav) के खिलाफ कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। 

आज (मंगलवार) को नामांकन के आखिरी दिन इन दोनों सीट से कांग्रेस का कोई भी प्रत्याशी अपना पर्चा नहीं भरा। हालांकि अखिलेश यादव के करहल सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा से पहले कांग्रेस ने करहल से ज्ञानदेवी यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया था लेकिन जब अखिलेश का नाम इस सीट पर तय हुआ तो पार्टी ने ज्ञानदेवी को चुनाव लड़ने से मना कर दिया, इस वजह से उन्होंने पर्चा नहीं भरा। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में यह रिवाज वर्षों पुराना चला रहा है। 

पुराना है दोनों पार्टियों के बीच यह रिवाज

वर्ष 2009 से सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने गांधी परिवार (Gandhi Family) के खिलाफ रायबरेली (Raebareli) और अमेठी लोकसभा (Amethi Lok Sabha) में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। कांग्रेस भी ये रिश्ता बखूबी निभाते हुए मैनपुरी (Mainpuri) से मुलायम, आजमगढ़ (Azamgarh) से अखिलेश और कन्नोज (Kannauj) से डिम्पल यादव के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था।

जिसके बाद अब 2022 में भी जहां कांग्रेस अपने दम पर सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है वहीं इन दोनों सीटों पर उन्होंने सपा को वॉकओवर दे दिया है। हालांकि सपा ने अमेठी विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी को टिकट दिया है लेकिन अभी रायबरेली सदर सीट से उम्मीदवार नहीं घोषित किया है।  

अखिलेश यादव (फोटो- न्यूजट्रैक) 

BJP और BSP की अखिलेश को घेरने की तैयारी 

वहीं बीजेपी और बहुजन समाज पार्टी ने अखिलेश को घेरने के लिए बड़े दांव चला है। मायावती ने जहां दलित कार्ड (Dalit Card) खेला है वहीं भाजपा आगरा के सांसद और केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल (Satya Pal Singh Baghel) को अखिलेश यादव उनके खिलाफ मैदान में उतारा है। मायावती ने करहल सीट पर कुलदीप नारायण (Kuldeep Narayan) और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) के खिलाफ ब्रजेंद्र प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने दोनों ही सीटों पर दलित प्रत्याशी दिए हैं जबकि इन सीटों से सामान्य और ओबीसी नेता को भी उतारा जा सकता था। इसके बावजूद मायावती ने दलित कार्ड चला है।

गौरतलब है की 2017 का विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunav) कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (Congress SP Alliance) ने मिलकर लड़ा था। इस चुनाव में दोनों पार्टियों को करारी शिकस्त मिली थी। सपा ने जहां 300 के करीब सीटों पर चुनाव लड़कर 47 पर जीत हासिल की थी वही 100 से ज्यादा सीटों पर लड़ी कांग्रेस पार्टी को सिर्फ 7 सीटों पर विजय हासिल हुई थी जिसके बाद यह गठबंधन टूट गया।

2022 के चुनाव की कमान संभालने वाली प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) कई मौकों पर सपा और उनके मुखिया अखिलेश यादव पर हमले कर चुकी हैं हालांकि अखिलेश यादव खुलकर तो नहीं लेकिन उनके हमलों का जवाब देते रहे हैं। अब चुनाव में प्रियंका गांधी उनके और चाचा के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारकर यह सन्देश दे दिया है की वह अपने पुराने रिश्तों को निभाते रहेंगे। 

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