UP Election 2022: टिकट ना मिलने से भाजपा छोड़ बसपा में आए एके शर्मा, मथुरा वृंदावन सीट से लड़ेंगे चुनाव

UP Election 2022: विधानसभा चुनाव में टिकट ना मिलने के कारण भारतीय जनता पार्टी से बागी हुए एसके शर्मा ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है। एके शर्मा मथुरा वृन्दावन सीट से गुरुवार को नामांकन करेंगे।

Newstrack :  Bishwajeet Kumar
Update: 2022-01-19 10:04 GMT

एसके शर्मा

UP Election 2022: चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (Mathura Vrindavan Assembly Constituency) के लिए चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद से सभी राजनीतिक पार्टियां अपना सियासी समीकरण साधने में लगी हुई है। इस बीच कई नेता पार्टी से खुश हुए तो कई नेता टिकट न मिलने से नाराज भी हो गए। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी किया था। इस लिस्ट में मथुरा की मांट विधानसभा से भाजपा से टिकट न मिलने पर एसके शर्मा ने मंगलवार को रोते-रोते भाजपा से त्यागपत्र दे दिया था।

भारतीय जनता पार्टी से त्यागपत्र देने के बाद एसके शर्मा ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) का दामन थाम लिया जिसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा की अब वह मथुरा वृंदावन विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही एसके शर्मा ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी ब्राह्मणों का हमेशा से विरोध करती आई है। पिछले 5 सालों से पार्टी के आश्वासन के बाद मैं क्षेत्र में तैयारी कर रहा था लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मेरा टिकट काटकर पार्टी ने मेरे साथ विश्वासघात किया है।

गौरतलब है कि एके शर्मा 2017 विधानसभा चुनाव में मांट विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार थे लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी से टिकट ना मिलने के बाद उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया है और इस बार के विधानसभा चुनाव में वह मांट की बजाय मथुरा वृंदावन सीट से इस बार का चुनाव लड़ेंगे। सीट बदलने पर शर्मा ने कहा कि यदि मैं मांट से चुनाव लड़ता तो राजेश चौधरी के हारने का ठीकरा मेरे ऊपर फोड़ा जाता और कहा जाता की ऐसे शर्मा की वजह से चुनाव राजेश नहीं जीत पाए हैं। लेकिन अब मैं मथुरा से चुनाव लड़ रहा हूं और जिन लोगों ने राजेश चौधरी के जीत का दावा किया है वह लोग देखेंगे कि उनके दावे में कितना दम है।

बता दें बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी से टिकट ना मिलने के बाद एके शर्मा ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि पार्टी के भीतर राम नाम की लूट मची हुई है। अब भारतीय जनता पार्टी में ना कोई विचारधारा नहीं रह गया है और ना ही इमानदारी रह गई है। इसलिए मैंने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय बना लिया है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में योगी कैबिनेट में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्या के अलावा कई भाजपा विधायकों ने चुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया।

Tags:    

Similar News