UP Election 2022: अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने से क्यों नाराज संघमित्रा, देखें ये पूरा वीडियो
UP Election 2022: दोनों को बीजेपी ने पोस्टर गर्ल बना दिया लेकिन उसके बावजूद भी अपर्णा के पार्टी में आने से संघमित्रा में काफी नाराजगी है ।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunav) से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को बड़ा झटका लगा है। भाजपा (BJP) ने मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के परिवार में ही षड्यंत्र रच दिया। जी हां, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहु अपर्णा यादव (Mulayam Singh Yadav daughter in law Aparna Yadav) को बीजेपी ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। अपर्णा के पार्टी में आने के बाद दो महिलाओं में काटे की टक्कर हो गई है और दोनों को बीजेपी ने पोस्टर गर्ल बना दिया, लेकिन उसके बावजूद भी अपर्णा के पार्टी में आने से संघमित्रा (sanghamitra maurya) में काफी नाराजगी है क्या संघमित्रा और अपर्णा में पहले से नाराजगी थी या फिर पार्टी ज्वाइन करने के बाद हुई आइए जानते हैं।
भाजपा ने मुलायम सिंह यादव के परिवार में ही फूट डाल दी। मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपर्णा को पार्टी की सदस्यता दिलाई। वहीं, बदायूं से सांसद और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा ने भाजपा का दामन थामने वाली अपर्णा यादव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) की चचेरी बहन बोल दिया। संघमित्रा की बातों से साफ झलक रहा है कि वो अपर्णा के पार्टी में आने से खुश नहीं हैं।
संघमित्रा मौर्य ने किया फेसबुक पर पोस्ट
संघमित्रा मौर्य अपनी गुस्से पर काबू नहीं कर पाईं और उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए बीजेपी पर कई सवाल उठा दिए। संघमित्रा मौर्य ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया, और लिखा संस्कार, शब्द अच्छा है लेकिन संस्कार है किसके अंदर? हफ्ते भर पहले एक बेटी का पिता पार्टी बदलता है तो पुत्री पर वार हो रहा था, आज वही एक बहू अपने चचेरे भाई यानी योगी जी के साथ एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आती है तो स्वागत होता है। क्या इसको भी वर्ग से जोड़ा जाना चाहिए कि बेटी मतलब मौर्य पिछड़े वर्ग की हैं और बहू (विष्ट) अगड़े वर्ग से हैं।
एंकर संघमित्रा ने सवाल किया कि, क्या बहन-बेटी का भी जाति और धर्म होता है। अब सोचने वाली बात ये है कि क्या वास्तव में बीजेपी में जाति धर्म पर राजनीति करती है। पोस्ट की आखिरी लाइन में संघमित्रा मौर्य ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, कृपया सलाह न दे मैं कहां जाऊ और क्या करूं, मैं जहां हूं ठीक हूं.. बता दें कि पिछले दिनों, योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद और भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था..जिसके बाद संघमित्रा मौर्या भी सवालों के घेरे में आ गईं..सवाल उठने लगे कि क्या संघमित्रा भी भाजपा छोड़ देंगी इन तमाम अटकलों को खारिज करते हुए संघमित्रा ने कहा कि वो भाजपा में ही रहेंगी। वहीं, संघमित्रा मौर्य के हालिया फेसबुक के पोस्ट के बाद माहौल काफी गर्म हो गया है।