UP Election 2022: तीसरे चरण में ब्राह्मण और यादव मतदाताओं का जोश, भाजपा और सपा में होगी सीधी टक्कर

UP Election 2022: तीसरे चरण के चुनाव का अधिकतर हिस्सा अन्य जातियों के अलावा ब्राम्हण और यादव बाहुल्य क्षेत्र कहा जाता है।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Monika
Update: 2022-02-16 06:43 GMT

तीसरे चरण में ब्राम्हण और यादव मतदाताओं का जोर  (Social Media)

UP Election 2022: यूपी विधानसभा के सात चरणों के चुनाव ( UP Seven phases Elections) में अब तीसरे चरण के मतदान (UP third phase polling) का समय नजदीक आ रहा है। जिसे लेेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा (BJP) और सपा- रालोद गठबंधन (SP-RLD gathbandhan) अपनी पूरी ताकत से इस चरण के मतदान को अपने पक्ष में करने के लिए एक दूसरे पर जोरदार हमला कर रहे हैं। हांलाकि इस चरण में रालोद का जनाधार नही है। पर इस चरण के चुनाव का अधिकतर हिस्सा अन्य जातियों के अलावा ब्राम्हण और यादव बाहुल्य क्षेत्र कहा जाता है।

वहीं तीसरे चरण की सीटों पर पिछले प्रदर्शन को दोहराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) , केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) , कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani), पीयूष गोयल राजनाथ सिह तथा भाजपा नेत्री उमा भारती एक साथ पूरी ताकत झोंक रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि तीसरे चरण में हाथरस, फिरोजाबाद, कासगंज, एटा, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा की 59 सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होने जा रहा है।

ये सभी नेता जीत के लिए तैयार 

इस चरण के चुनाव में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह (SP Singh) बघेल करहल सीट ( Karhal seat)  से तो कानपुर की महाराजपुर सीट पर कद्दावर नेता और  प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना आठवीं जीत के लिए तैयार है। जबकि मैनपुरी की भोगांव सीट से कैबिनेट मंत्री रामनरेष अग्निहोत्री भी चुनाव मैदान में है। इनके अलावा नीलिमा कटियार इसके साथ ही कभी पूर्व कैबिनेट मंत्री और मायावती के करीबी रहे रामवीर उपाध्याय को भाजपा ने सादाबाद से टिकट दिया है। वहीं फर्रूखाबाद सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद कांग्रेस से चुनाव लड़ रही हैं।

इस चरण में पश्चिमी यूपी के पांच जिले फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, कासगंज और हाथरस हैं जहां 19 विधानसभा सीटें हैं। कानपुर क्षेत्र के कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा, 6 जिले हैं जहां 27 विधानसभा सीटें हैं। इसके अलावा बुंदेलखंड में झांसी, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा जिले में मतदान होना है जहां 13 विधानसभा सीटे हैं।

इस चरण में सपा मुखिया और भतीजे अखिलेश यादव की करहल विधानसभा सीट है। चाचा षिवपाल सिह यादव की जसवंतनगर सीट भी शामिल है। 2017 के विधानसभा चुनाव में सैफई परिवार में हुए बिखराव के बीच सपा के गढ़ में भाजपा ने लगभग अस्सी फीसदी सीटें जीतने का काम किया था। इस बेल्ट की 59 में से 49 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने अपना कब्जा जमाया था। जबकि 10 8 सीटें समाजवादी पार्टीएक सीट कांग्रेस और एक सीट पर बहुजन समाज पार्टी को जीत मिली थी।

ब्राम्हण और यादव मतदाताओं की संख्या 

रविवार यानी 20 फरवरी को होने वाले मतदान में अगर मुस्लिम को हटा दिया जाए इस पूरी बेल्ट में ब्राम्हण और यादव मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है। यह चरण समाजवादी पार्टी के गढ वाला क्षेत्र कहा जाता है। प्रदेष में जब अखिलेषयादव के नेतृत्व में 2012 में 224 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी की सरकार बनीथी तो उस चुनाव में सत्ताधारी दल को 55 सीटे मिली थी।

तीसरे चरण में कुल 2,15,75,430 (दो करोड़ पन्द्रह लाख पचहत्तर हजार चार सौ तीस) मतदाता हैं। इसमें 1,16,12,010 पुरुष मतदाता, 99,62,324 महिला मतदाता तथा 1,096 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं।

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