Lucknow News : 'अवॉर्ड से अधिक महत्वपूर्ण ज्ञान, जो सदैव उपयोगी', KMC भाषा विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह में बोलीं राज्यपाल

Lucknow News : उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।

Update:2024-11-18 18:21 IST

Lucknow News : उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। उन्होंने छात्राओं द्वारा सर्वाधिक मेडल हासिल करने पर हर्ष जताया और सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि परिश्रम करना हमारा कर्तव्य है। अवॉर्ड से अधिक महत्वपूर्ण ज्ञान होता है, जो सदैव उपयोगी होता है। इसी वजह से आप पढ़ते रहिए।

उन्होंने इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विदेश से लोग आए और हमारी तकनीक का अध्ययन किया और कई अविष्कार अपने नाम कर लिया। हमें लाइब्रेरी में उपलब्ध पुस्तकों का भी लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से कहा की अलग अलग भाषाओं में लिखी गई पुस्तकों का अनुवाद होना चाहिए, जिससे हमारे युवा वर्ग को समृद्ध ज्ञान एवं कौशल से अवगत कराया जा सके। साथ ही पाठ्यक्रमों में भी इस बारे में उल्लेख होना चाहिए कि विद्वानों ने किस तरह ये सब लिखा है।

विद्या वो है, जो हमें बंधनों से मुक्त करे

उन्होंने कहा कि उपाधि प्राप्तकर्ताओं के साथ-साथ ये प्रदेश एवं देश की भी उपलब्धि है, क्योंकि किसी भी देश के विकास की परिभाषा वहां के नागरिकों के शिक्षा के स्तर से आंकी जाती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दीक्षांत समारोह का अवसर आपके लिए अपनी उपलब्धियों पर गौरवान्वित होने के साथ-साथ आप द्वारा भविष्य के लिए निर्धारित किए गए लक्ष्यों पर अग्रसर होने का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि विद्या वो है, जो हमें बंधनों से मुक्त करे।


इसके पश्चात् कुलाधिपति ने विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उदघाटन भी किया गया। वहीं उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को अपने ज्ञान का अर्जन समाज के हित में लगाना चाहिए। नवम् दीक्षांत समारोह में बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि NAAC की तैयारी आप की लगभग हो चुकी है अब एनआईआरएफ की तरफ़ प्रयासरत हों।

उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा विश्वविद्यालय

वहीं, कुलपति प्रो. नरेन्द्र बहादुर सिंह ने आए सभी आगंतुकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के मार्गदर्शन से विद्यार्थी चरित्र निर्माण कर रहें हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। भाषा विश्वविद्यालय के विद्यार्थी समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विश्वविद्यालय का नाम रौशन कर रहें हैं। वहीं उनके द्वारा विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या भी प्रस्तुत की गई ।

लर्निंग के साथ-साथ स्किल्स जरूरी

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शिशिर सिन्हा ने बोलते हुए कहा की विश्वविद्यालय के नवम् दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग करना उनके लिए अत्यंत गौरव का विषय है। उन्होंने अपने अभिभाषण में विश्वविद्यालय, शिक्षकों एवं अभिभावक गणों की सराहना करते हुए उन्हें विद्यार्थियों के साथ साथ शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी उपाधि प्राप्तकर्ताओं से अपेक्षा की कि वे विज्ञान और नैतिक मूल्यों को मिश्रित कर अपने जीवन में आत्म सात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में सबसे अधिक युवा जनसंख्या है जिसके कारण हमारा देश एक तेज़ी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था की श्रेणी में शुमार हो चुका है। उन्होंने विज्ञान और तकनीक पर ज़ोर देते हुए भविष्य के भारत की कल्पना करने का आह्वान किया। उन्होंने सभी को लर्निंग के साथ साथ अनलर्न के स्किल्स को सीखने की सलाह दी।

61 स्वर्ण पदक सहित 149 रजत एवं कांस्य पदक दिए गए

इस दौरान सभी संकाय अध्यक्षों ने अपने-अपने संकाय के पदक एवं पीएच. डी. उपाधि धारकों के लिए कुलपति के द्वारा उपाधि एवं दीक्षा देने की घोषणा की औपचारिकता की गई। दीक्षा कार्यक्रम के पश्चात राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी की डिग्रियां को डिजी लॉकर पर अपलोड करने का उद्घाटन किया गया। इसके बाद पीएच. डी. डिग्रियों का वितरण किया गया और पदक वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें मुख्यत: 61 स्वर्ण पदक सहित 149 रजत एवं कांस्य पदक राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्य अतिथि शिशिर सिन्हा, विशिष्ट अतिथि शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी, कुलपति प्रो. नरेन्द्र बहादुर सिंह ने प्रदान किए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिशिर सिन्हा (CPET) को डी. लिट की मानद उपाधि एवं मान पत्र राज्यपाल एवं कुलाधिपति ने प्रदान किया गया।


सीतापुर हरदोई रोड स्थित ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. ए.बी. सिंह के मार्गदर्शन में 9वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की। कुलपति प्रो. एनबी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पुष्प भेंट किया। समारोह की शुरुआत शोभा यात्रा के साथ हुई, जिसका नेतृत्व कुलसचिव डॉ. महेश कुमार ने किया। शोभा यात्रा के पश्चात विद्यार्थियों ने राष्ट्रगीत वंदेमातरम् प्रस्तुत किया, जिसके उपरांत पर्यावरण संरक्षण से संबंधित काव्य पाठ भी किया गया। तदोपरांत विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय की गरिमामय गाथा उसके कुलगीत के रूप में लयबद्ध की गई। 

दीक्षांत समारोह का संचालन डॉ. नीरज शुक्ला ने किया। इस अवसर पर वित्त अधिकारी साजिद आजमी कुलसचिव डॉ. महेश कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. भावना मिश्रा,दीप्ति मिश्रा, प्रो. चन्दना डे, प्रो. मसूद आलम, प्रो. हैदर अली, प्रो. तनवीर ख़दीजा सहित समस्त शिक्षक , कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवायी।

Tags:    

Similar News