UP: योगी सरकार के MSME मंत्री राकेश सचान को आवंटित 72 औद्योगिक प्लॉट निरस्त, इन अफसरों पर भी होगा एक्शन

UP News : यूपी सरकार में MSME मंत्री राकेश सचान को 11 साल पहले आवंटित 72 भूखंड निरस्त कर दिए गए हैं। तत्कालीन 5 अफसरों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं।

Written By :  aman
Update:2023-02-21 19:17 IST

Rakesh Sachan (Social Media)

UP News: उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) मंत्री राकेश सचान (Rakesh Sachan) को मंगलवार (21 फ़रवरी) को बड़ा झटका लगा। एमएसएमई मंत्री राकेश सचान को आवंटित 72 भूखंड निरस्त (Sachan Industrial Plots Canceled) कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं, फतेहपुर उद्योग विभाग के अफसरों पर कार्रवाई की भी जाएगी।

गौरतलब है कि, प्रदेश सरकार में मंत्री राकेश सचान को 11 वर्ष पूर्व आवंटित भूखंड (Allotted Plot) निरस्त किए गए हैं। उस वक्त के पांच अफसरों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं। बता दें, फतेहपुर के लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह की शिकायत के बाद ये बड़ी कार्रवाई हुई है।

सचान मामले में कई रोचक तथ्य 

मंत्री राकेश सचान को आवंटित औद्योगिक प्लॉट मामले में शुरुआती जांच में 5 अफसरों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। मंत्री सचान को ये भूखंड 11 साल पहले आवंटित किए गए थे। बावजूद अब तक उस जमीन पर उद्योग नहीं लगे। इन भूखंडों को अभिनव सेवा संस्थान (Abhinav Sewa Sansthan) के नाम पर राकेश सचान को आवंटित किया गया था। दस्तावेजी जानकारी के अनुसार, राकेश सचान ने कुल 72 भूखंड अपने नाम करवाए थे। जिसमें अभिनव शिक्षा संस्थान (Abhinav Shiksha Sansthan) और सीमा शिक्षा संस्थान के नाम पर औद्योगिक आस्थान सुधवापुर (Sudhwapur) में 40 तथा औद्योगिक आस्थान चकहाता में 32 प्लॉट का आवंटन किया गया था। आपको बता दें, इन दोनों संस्थानों के प्रबंधक MSME मंत्री राकेश सचान ही हैं। लेकिन, अहम बात ये है कि आवंटन के बाद से अभी तक सभी भूखंड खाली हैं। 

क्या है मामला?

उत्तर प्रदेश सरकार में MSME मंत्री हैं राकेश सचान। मंत्री के नाम पर 72 प्लॉट आवंटित किए गए थे। मंत्री सचान को ये सभी आवंटन वर्ष 2012-13 के दौरान हुए थे। आवंटन के लिए 10 फीसदी सिक्योरिटी मनी जमा होनी थी, जो अब तक नहीं हुई थी। इस बीच, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने मामले की शिकायत की। जिसके बाद बड़ी कार्रवाई हुई। सत्येंद्र सिंह ने कानपुर में निदेशक, उद्योग को लिखित शिकायत दी।

मामला प्रकाश में आने के बाद सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) मंत्री राकेश सचान ने कहा था कि वो अपने नाम पर दर्ज औद्योगिक प्लॉट निरस्त करवाएंगे। 



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