"कौन बनेगा बाहुबली" प्रतियोगिता में टॉप पर UP
इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने अपने शुभारम्भ के 9 माह के भीतर ही लोगों में गहरी पैठ बनाई है। संपूर्ण भारत में अब तक 70 लाख से अधिक खाते खोले जा चुके हैं जिसमें उत्तर प्रदेश परिमंडल का योगदान लगभग 13 लाख है।
लखनऊ: इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने अपने शुभारम्भ के 9 माह के भीतर ही लोगों में गहरी पैठ बनाई है। संपूर्ण भारत में अब तक 70 लाख से अधिक खाते खोले जा चुके हैं जिसमें उत्तर प्रदेश परिमंडल का योगदान लगभग 13 लाख है। अकेले लखनऊ परिक्षेत्र में ढाई लाख से ज्यादा खाते खोले जा चुके हैं। सिर्फ डाकघरों के काउंटर से ही नहीं बल्कि डिजिटल पेमेंट के साथ-साथ डोर स्टेप बैंकिंग के रूप में भी इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया है।
यह भी पढ़ें…PM मोदी की पार्टी प्रमुखों की बैठक में शामिल नहीं होंगी ममता
उक्त उद्गार डाक विभाग और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने कहीं। इसमें लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के अधीन सभी सात मंडलों के मण्डलाधीक्षक और आईपीपीबी के सर्किल मैनेजर अविनाश कुमार सिन्हा सहित सभी मैनेजर्स शामिल हुए। लखनऊ ब्रांच की सीनियर मैनेजर स्मृति श्रीवास्तव ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन द्वारा आईपीपीबी की अभी तक की प्रगति के बारे में जानकारी दी। बैठक में ग्रामीण डाक सेवकों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित "कौन बनेगा बाहुबली" प्रतियोगिता की भी समीक्षा की गई। इसमें उत्तर प्रदेश परिमंडल ने 913 बाहुबली बनाकर संपूर्ण भारत में तृतीय स्थान प्राप्त किया है। लखनऊ परिक्षेत्र में कुल 114 बाहुबली बने।
यह भी पढ़ें…भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का फिर बड़ा वार, अब लिया ये बड़ा फैसला
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, डाकघरों के खाते जहाँ बचत में मददगार हैं, वहीं इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का खाता निचले स्तर तक लोगों को डिजिटल व कैशलेस आधार पर नित्य-प्रतिदिन के खर्च को सुगम बना रहा है। इन दोनों खातों को आपसे में लिंक करके ज्यादा लाभ उठाया जा सकता है। इस वित्तीय वर्ष में उत्तर प्रदेश में 1.15 लाख से अधिक खाते खोले जा चुके हैं जिनमें से 35 हज़ार से अधिक खातों को डाक घर बचत खातों से जोड़ा गया है। समन्वय बैठक में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में उन सरकारी योजनाओं के डीबीटी लाभार्थियों को जो बैंक न होने अथवा दूर होने के कारण बैंकिंग सेवाओं से वंचित हैं, को इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से बैंकिंग से जोड़ने की प्रगति पर चर्चा की गयी।