Sanjay Sherpuria: ठग संजय शेरपुरिया को UP STF ने भेजा जेल, जानें इसके बारे में विस्तार से
Sanjay Sherpuria: बीजेपी के बड़े नेताओं से अपनी रिश्तेदारी बताकर भोले-भाले लोगों से ठगी करने वाले संजय राय उर्फ संजय शेखपुरिया को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही संजय को यूपीएसटीएफ ने जेल भी भेज दिया है।
Sanjay Sherpuria: बीजेपी के बड़े नेताओं से अपनी रिश्तेदारी बताकर भोले-भाले लोगों से ठगी करने वाले संजय राय उर्फ संजय शेखपुरिया को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही यूपीएसटीएफ ने संजय को जेल भी भेज दिया है। संजय शेरपुरिया को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के विभूतिखंड इलाके से गिरफ्तार किया। वहीं, नोएडा से इसके साथी कासिफ को भी गिरफ्तार किया गया है। संजय शेरपुरिया खुद को भारतीय जनता पार्टी के तमाम बड़े नेताओं का करीबी बताकर टेंडर दिलवाने के नाम पर ठगी करने का काम करता था।
SBI का 400 करोड़ का लोन नहीं चुकाया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संजय शेरपुरिया ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से करोड़ों रुपयों का लोन ले रखा है, साथ ही कई लोगों से काम कराने के नाम पर ठगी की है, ठगी की रकम करोड़ो में बतायी जा रही है। संजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिव्यदर्शी मोदी के नाम से किताब भी लिख चुका है। संजय शेरपुरिया मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का रहने वाला है। संजय शेरपुरिया और उसकी पत्नी कंचन ने अहमदाबाद की कांडला एनर्जी एंड केमिकल्स के नाम पर एसबीआई से 400 करोड़ रुपयों को लोन लिया। जिसे उसने नहीं चुकाया है। कांडला एनर्जी एंड केमिकल्स में संजय और उसकी कंचन संजय प्रकाश राय और मानिक लाल डायरेक्टर हैं।
संजय शेरपुरिया के खिलाफ लंबे समय से सबूत जुटा रही थी STF
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ठग संजय शेरपुरिया, 'संजय फॉर यूथ' नाम की संस्था चलाता है। जिसके माध्यम से युवाओं को जोड़ने का दावा करता है, दिल्ली में उसका बडा़ घर भी बना हुआ है और गुजरात में भी उसका नेटवर्क है। लेकिन वह लोगों को काम दिलाने के नाम पर ठगी करने का काम करता है। लंबे समय से यूपीएसटीएफ इसकी तलाश कर रही थी, सबूत सामने आने के बाद संजय शेरपुरिया की गिरफ्तारी की गई है। जिसकी गिरफ्तारी की पुष्टि यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने स्वयं की है।
गौरव डालमिया से 11 करोड़ लिये
यह भी चर्चा चल रही है कि संजय शेरपुरिया ने ईडी में चल रही गौरव डालमिया की जांच को मैनेज करने के लिए 11 करोड़ रुपये लिये थे। गौरव ने 11 करोड़ रूपये अपने फैमिली ऑफिस ट्रस्ट के खाते से संजय शेरपुरिया की यूथ रूरल एंटरप्रेन्योरशिप के खाते में दो बार में डाली थी। 21 जनवरी को 5 करोड़ और 23 जनवरी को 6 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
कोरोना काल के दौरान आया था चर्चा में
संजय शेरपुरिया सबसे पहले कोरोनाकाल के दौरान चर्चा में आया था, जब उसने लकड़ी बैंक की शुरुआत की थी। कोरोना काल के दौरान जब लोगों को शवों को जलाने के लिए कहीं से लकड़ी नहीं मिल पा रही थी, तब उसने लोगों को लकड़ी उपलब्ध करवाने का काम किया था।
बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने की थी चर्चा
संजय शेरपुरिया शुरुआती पढ़ाई गाजीपुर में करने के बाद रोजगार की तलाश में गुजरात गया, वहां रहते हुए व्यवसाय जमाया। इसके साथ गाजीपुर में भी व्यवसाय का दायरा बढ़ाने लगा। साथ ही गाजीपुर में चर्चा चल रही था कि वह 2024 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ेगा।