UP: आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को स्मार्टफोन देगी योगी सरकार

UP: मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन की कार्यवाही व्यवस्थित, सुचारु और निर्बाध ढंग से चलनी चाहिए।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-06-08 23:15 IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था किए जाने की योजना को शीघ्रता से पूरा करने के साथ ही जहां पर आंगनबाड़ी भवन नहीं है, उन्हें अपना भवन उपलब्ध कराने के लिए कार्य योजना तैयार की जाए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को स्मार्टफोन उपलब्ध कराकर इसके समुचित उपयोग की जानकारी भी दी जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन की गति बढ़ाई जाए। माह जून में प्रतिदिन लगभग 6 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज दिए जाने के प्रयास किए जाएं। आगामी जुलाई से प्रतिदिन कम से कम 10 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज एडमिनिस्टर किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी रहने चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है। कोरोना वायरस समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए कोविड संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं पर, विशेषकर बाजारों में भीड़ एकत्र न होने पाए। बाजारों में क्रेता एवं विक्रेता दोनों के द्वारा मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग सुनिश्चित किया जाए। सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर के सुदृढ़ीकरण के लिए जनप्रतिनिधियों से निरंतर संवाद बनाकर पूरा सहयोग प्राप्त किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को कोरोना संक्रमण से बचाव के संबंध में निरंतर जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग किया जाए। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे, थ्री व्हीलर स्टैण्ड, अस्पताल, तहसील, कलेक्ट्रेट परिसरों सहित सब्जी-फल मंडी, गल्ला मंडी, क्रय केन्द्र आदि स्थलों पर अनिवार्य रूप से पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की 'ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट' की नीति से प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में प्रभावी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन की कार्यवाही की गति बढ़ाई जाए। साथ ही, मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर का सुदृढ़ीकरण कार्य पूरी तेजी से किया जाए।
उल्लेखनीय है कि विगत 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 797 नए मामले आए हैं। इसी अवधि में 2,226 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 15 हजार से भी कम हो गई है। राज्य में अब कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामले 14,067 रह गए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 97.9 प्रतिशत हो गयी है। प्रदेश में पिछले 24 घण्टों में 2,84,911 कोविड टेस्ट किए गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 5 करोड़ 19 लाख से अधिक कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों में वायरल बुखार आदि के उपचार के लिए मेडिसिन किट तैयार कर निगरानी समितियों को उपलब्ध कराई जाए। पोस्ट कोविड काॅम्प्लीकेशन वाले मरीजों के उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ब्लैक फंगस के संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को समय पर दवा उपलब्ध हो जाए। इस संक्रमण के उपचार के लिए संस्तुत वैकल्पिक दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन की कार्यवाही व्यवस्थित, सुचारु और निर्बाध ढंग से चलनी चाहिए। वैक्सीनेशन सेंटर पर अनावश्यक भीड़-भाड़ नहीं होनी चाहिए और न ही, वैक्सीनेशन की इच्छुक लोगों को लाइन लगानी पड़े। इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की व्यवस्था आवश्यक रूप से सुनिश्चित की जाए। यह व्यवस्था भी होनी चाहिए कि वैक्सीनेशन सेंटर पर उन लोगों को ही बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन सेंटर पर कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत मेधावी छात्र छात्राओं को टैबलेट दिए जाने की व्यवस्था की गई है। योजना के अंतर्गत पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम से मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट उपलब्ध कराया जाए।


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