UP में सड़कों की हालत अब भी खस्ता, कैसे दौड़ेंगी पीपीपी मॉडल पर तैयार बसें
जिले की सत्ता पर काबिज योगी सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चलती दिख रही है। जब भी यूपी में पिछले तीन बार से सरकारें बदल रही हैं तो उनका सबसे पहले असर परिवहन निगम की रोडवेज बसों पर दिखने लगता है।
लखनऊ: जिले की सत्ता पर काबिज योगी सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चलती दिख रही है। जब भी यूपी में पिछले तीन बार से सरकारें बदल रही हैं तो उनका सबसे पहले असर परिवहन निगम की रोडवेज बसों पर दिखने लगता है।
जिले की सड़कों पर आधुनिक तकनीकों से लैस भगवा बसें फर्राटे भर रही हैं। भगवा बसों की सौगात देने के बाद निगम अब पीपीपी मॉडल पर चलने वाली लो-फ्लोर और मिनी बसों को लाने की योजना तैयार कर रहा है। नई लांच होती इन बसों में यात्रियों को फ्री वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। जिले की राजधानी से लेकर कई मुख्य शहरों में लो-फ्लोर और मिनी बसों को लांच किया जाएगा।
नई सभी बसें पीपीपी मॉडल के तहत रहेंगी। लेकिन निगम की यह व्यवस्था कितना काम करेंगी, यह सवाल उठ रहा है। क्योंकि पीपीपी मॉडल पर तैयार बसों को बिना हाईटेक वाले शहरों में आखिर कैसे दौड़ा दिया जाएगा। पीपीपी मॉडल वाली बसों के लिए चुने गए सड़कों के हालात भी आधुनिक तकनीकों से लैस होने चाहिए। फिलहाल, बसों को आने में अभी कितना समय लगेगा, यह निगम के अधिकारियों ने तय नहीं किया है।
जीपीएस सिस्टम पर काम करेगी यह बसें
लो-फ्लोर और मिनी बसें जीपीएस सिस्टम से लैस होंगी। इसके अलावा इनमें इंटेलीजेंट ट्रैफिक सिस्टम भी लगाया जाएगा। मुख्य सचिव राजीव कुमार ने इसको लेकर अफसरों को जरूरी निर्देश भी दे दिया है। उन्होंने बताया कि बेहतर यातायात के लिए निर्धारित बस स्टॉप पर डिजिटल डिस्प्ले, पैसेंजर कियॉस्क, ऑटोमेटिक टिकटिंग मशीन, रूट डिस्प्ले आदि की सुविधाएं यात्रियों को मिलेगी।