इलाहाबाद : हाईकोर्ट में सीआईएस सिस्टम लागू करने के चलते काजलिस्ट देखने का हाईकोर्ट प्रशासन ने तरीका सुझाया है। सभी वकीलों को एसएमएस जारी कर सूचित किया गया है कि नई काजलिस्ट का विकल्प नही खुल रहा है तो ब्राउज़िंग हिस्ट्री क्लीयर कर दुबारा चेक करें।
अपर शासकीय अधिवक्ता एके सण्ड ने सोशल मीडिया पर काजलिस्ट वकील नाम से न खुलने व कोर्ट वार सूची डाऊनलोड कर देखने में लग रहे अनिश्चित समय पर रोष व्यक्त किया है। ऐसे ही तमाम वकीलों ने हाईकोर्ट वेबसाइट के ठीक से काम न करने व काजलिस्ट देखने में बढ़ रही खीझ पर बार एसोसिएशन से इस संबंध में ठोस कदम उठाने की अपील की है।
अधिवक्ता शरद चन्द्र मिश्र व एन के चटर्जी ने मांग की है कि जबतक सिस्टम ठीक नही हो जाता तबतक एक पक्षीय आदेश न दिए जाए और सिस्टम को दुरुस्त करने में तेजी लाई जाए। जिस तरह से कार्य हो रहा है, मंगलवार को कोर्ट खुलने पर बिना तैयारी व फाइल के याचिकाओं पर बहस कैसे होगी, वकीलों में चिंता की लकीरें गहरी कर दी है। सभी एक पक्षीय सुनवाई में याचिकायें ख़ारिज किये जाने की आशंका से चिंतित है। यदि स्थिति में सुधार नही हुआ तो बार बेंच में टकराव बढ़ सकता है।