वाराणसी: फिर सामने आई BHU अस्पताल की लापरवाही, मरीज को चढ़ाया गलत प्लाज्मा
बीएचयू के डॉक्टरों ने आईसीयू में भर्ती एक मरीज को बिना वज़ह प्लाज्मा चढ़ा दिया. जबकि दूसरे मरीज को प्लाज्मा चढ़ा ही नहीं.
वाराणसी. पूर्वांचल के सबसे अत्याधुनिक और हाईटेक अस्पतालों में जगह रखने वाले बीएचयू में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यहाँ पर डॉक्टरों की लापरवाही से एक नहीं दो मरीजों की जान पर बन आई. डॉक्टरों ने आईसीयू में भर्ती एक मरीज को बिना वज़ह प्लाज्मा चढ़ा दिया. जबकि दूसरे मरीज को प्लाज्मा चढ़ा ही नहीं. मामले को बढ़ता देख चिकित्सा अधीक्षक ने जाँच के आदेश दिए हैं.
अचानक छटपटाने लगा मरीज
मंगारी गांव के रहने वाले रमेश सिंह पिछले कुछ दिनों से आइएमएस-बीएचयू अस्पताल में भर्ती हैं. पिछले दिनों के इलाज के बाद उनकी तबियत ठीक हो गई थी. इसी बीच शुक्रवार की रात डॉक्टरों ने उन्हें दूसरे समूह का प्लाज्मा चढ़ा दिया गया, जबकि उन्हें प्लाज्मा की जरूरत ही नहीं थी. लापरवाही का आलम ये था कि डॉक्टरों ने एक बैग के बाद दूसरा बैग भी लगा दिया. प्लाज्मा चढ़ने के कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ने लगी. ये देख मरीज के परिजनों ने डॉक्टर को बुलाया. परिजनों ने कहा कि उन्होंने तो प्लाज्मा मंगाया ही नहीं, फिर क्यों चढ़ाया जा रहा है. लापरवाही सामने आने के बाद डॉक्टर कन्नी काटने लगे. इसी बीच कुछ परिजनों ने घटना का वीडियो बना लिया.
घटना की जाँच के दिए गए आदेश
मरीज का ब्लड ग्रुप ओ था जबकि उन्हें बिना जरूरत के ए ग्रुप का रक्त चढ़ा दिया. इससे जिसे लापरवाही के कारण प्लाज्मा चढ़ा उसकी हालत गंभीर तो हुई ही साथ में जिस बेड संख्या 13 वाले मरीज देवेंद्र को इसकी जरूरत थी उसकी भी स्थिति दयनीय हो गई है. यह मंजर देख वहां मरीज के घर से कई परिजन जुट गए, इस बीच उन्होंने इसकी शिकायत तत्काल उच्चाधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों से की.जब कहीं सुनवाई नहीं गई, तो वह चिकित्सा अधीक्षक प्रो. शरद माथुर को एक पत्र लिखकर उनके ऑफिस में एक अधिकारी को दिए. चिकित्सा अधीक्षक ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
रिपोर्ट- आशुतोष सिंह