Varanasi News: बच्चों की सुरक्षा को लेकर हुआ चिंतन, बीएचयू में बाल संरक्षण और सुरक्षा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी

Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में बाल संरक्षण, बाल सुरक्षा और बाल कल्याण पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में देशभर के बड़े एनजीओ ने शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शामिल हुए।

Update:2023-08-18 18:17 IST

Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में बाल संरक्षण, बाल सुरक्षा और बाल कल्याण पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में देशभर के बड़े एनजीओ ने शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शामिल हुए।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुई शुरूआत

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई, इस अवसर पर कलाकारों ने भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी नाटक सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का मंचन किया। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की गैर सरकारी संस्थाएं और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं। ज्ञात हो कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने आज देशभर में बाल संरक्षण, बाल सुरक्षा तथा बाल कल्याण वत्सल भारत पर 7वीं क्षेत्रीय संगोष्ठियों का आयोजन किया गया था। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से एनजीओ की टीम पहुंची। कार्यक्रम में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो मौजूद रहे।

1500 से अधिक प्रतिभागियों ने लिया भाग

संगोष्ठी में बाल कल्याण समितियों, किशोर न्याय बोर्ड, ग्राम बाल संरक्षण समिति के सदस्यों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के 1500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम बाल संरक्षण, बाल सुरक्षा और बाल कल्याण मुद्दों के बारे में जागरूकता और पहुंच बढ़ाने के लिए देश भर में आयोजित होने वाली क्षेत्रीय संगोष्ठियों की श्रृंखला का हिस्सा है।

काशी की सांस्कृतिक विरासत का हुआ मंचन

कार्यक्रम का शुभारंभ सांस्कृतिक मंत्रालय के तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर किया गया। ‘राग अहीर भैरव’ की प्रस्तुति तीन युवा बीएचयू के शोध कलाकारों द्वारा की गई। द्वितीय प्रस्तुति भरत नाट्यम की जबकि तृतीय प्रस्तुति राहुल मुखर्जी की टीम द्वारा ओडिसी नृत्य की हुई। जिसमें उन्होंने वंदे मातरम् की गीत पर सुन्दर प्रस्तुतिकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। चौथी प्रस्तुति आर्य समूह की कलाकारों ने काशी के सांस्कृतिक और बाबा भोलेनाथ पर आधारित प्रस्तुति देकर सभी को भावविभोर कर दिया।

पीएम की दूरदर्शी सोचः पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन की शुरुआत
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि आज हम सभी काशी में महामना के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इस समागम का आयोजन करवाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ हैं। हमें खुशी है कि देश के विभिन्न कोनों से लोग यहां शामिल होने पहुंचे हैं। वर्ष 2014 के बाद से अब तक बाल कल्याण के लिए कई महव्पूर्ण कार्य किए गए हैं। मिशन वात्सल्य और किशोर न्याय अधिनियम में बदलाव के कारण बाल संरक्षण कार्यकर्ताओं का सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन जैसी महत्वाकांक्षी योजना बन पाई। भारत का किशोर न्याय अधिनियम काफी वृहद है, हम सबों को मिलकर इसके लिए धरातल पर काम करना है।

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