जजों की कमी पर हामिद ने जताई चिंता, कहा-160 पदों में 89 खाली

Update: 2016-04-14 03:54 GMT

लखनऊ: हाई कोर्ट की गेामतीनगर में बनीं नई इमारत में 2 मई से न्यायिक कामकाज प्रारंभ हो जाएगा। इतनी विशाल कोर्ट को बनाने की सार्थकता तभी पूरी हो पाएगी जब इलाहाबाद हाई कोर्ट में जजों के खाली पड़े 89 पदों को तत्काल भरा जाएगा। ये बातें उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहीं।

वकीलों की लंबी दलीलों से नहीं हो पाती केस की सुनवाई

-कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट शिरकत करते हुए उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने सूबे से 1940 के दशक में अपने जुड़ाव को याद किया।

-उन्होंने नामचीन विधि वत्ताओं व दार्शनिकाें को याद करते हुए कहा कि न्याय जितनी शीघ्र मिल सके पीड़ित के लिए उतना ही अच्छा रहता है।

-उन्होंने कहा कि कोर्ट में वकीलों की लंबी लंबी दलीलों में काफी समय खर्च होता है।

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-जिससे अधिक मुकदमों की सुनवाई नहीं हो पाती।

-उन्होंने यूएस का हवाला देकर कहा कि वहां पक्ष व विपक्ष को आधे आधे घंटे का ही समय ही बहस के लिए मिलता है।

-जिससे एक दिन में ज्यादा केस सुने जा सकते हैं। अंसारी ने न्याय प्रशासन में वैश्विक मापदंडों को अपनाने की बात कही।

गवर्नर राम नाईक ने कहा

-बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के बनाए संविधान के पालन से ही रामराज्य आएगा।

-उन्होंने कहा कि पीड़ा होती है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट मे जजों के 160 पदों में से केवल 71 पद ही अभी भरे हैं और शेष 89 पद रिक्त हैं।

-उन्होंने कहा कि जब जज होंगे तभी तो न्याय मिलेगा।

-यह चित्र बदलना जरूरी है नहीं तो इतनी विशाल हाईकोर्ट को बनाकर कुछ खास नहीं हासिल होगा।

इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने क्या कहा

-उन्होंने कहा कि न्याय मिलने में देरी पर आम जनता का न्याय प्रणाली पर विश्वास चरमराता है।

-उन्होंने बेंच और बार के लोगों को न्याय दिलाने का माध्यम करार दिया।

-चीफ गेस्ट सहित अन्य गणमान्य जनों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि युवा वकीलों को पेशे में पैर जमाने व पेशेगत दिक्कतों से निपटने के लिए धैर्य रखना चाहिए।

-कार्यक्रम में सीएम अखिलेश यादव को आना था परंतु व्यस्तता के चलते उनकी जगह कैबिनेट मंत्री अहमद हसन आए।

अवध बार एसोसिएशन के प्रेसीडेंट एचजीएस परिहार ने कहा

-चीफ जस्टिस से हुई वार्ता के क्रम में हर्ष व्यक्त किया कि नए परिसर में आगामी 2 मई से कामकाज प्रारंभ हो जाएगा।

-उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी की 'हार नहीं मांनूगा रार नही ठानूंगा' कविता का पाठ करते हुए कहा कि बार एसोसिएशन बेंच से अपनी दिक्कतों को उठाना बंद नहीं करेगा।

-कार्यक्रम में मेयर दिनेश शर्मा लोकायुक्त संजय मिश्रा सीनियर जज एपी साही जस्टिस डी के उपाध्याय शबीहुल हस्नेन राजन राय जस्टिस एस एस चौहान समेत सभी वर्तमान जज व तमाम पूर्व जज वरिष्ठ वकील व भारी संख्या में वकील मोैजूद थे।

19 मार्च को हुआ था हाईकोर्ट का उद्घाटन

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के नए भवन का उद्घाटन 19 मार्च को देश के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने किया था। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि लखनऊ बहुत ही भाग्यशाली है। इस शहर को विश्व का सबसे शानदार तथा भव्यतम हाईकोर्ट का नया प्रांगण मिला है।वैसे इसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को ही करना था, लेकिन किसी वजह से वो नहीं आ पाए थे।

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हाईटेक सुविधाओं से लैस है हाईकोर्ट

यह देश का सबसे बड़ा हाईकोर्ट है और हाईकोर्ट आधुनिक सुविधाओं से लैस है। 42.25 एकड़ में फैले कोर्ट में तीन हजार कारों के लिए अंडर ग्राऊंड पार्किंग है। पूरे परिसर में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। इंटरनेशनल लेवल का जिम और फिजोथैरेपी सेंटर भी बना है।

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