NCR की तर्ज पर अब UP में बनेगा SCR, 6 जिले शामिल, जानिए क्या होगा फायदा?
UP SCR: उत्तर प्रदेश सरकार ने NCR की तर्ज पर प्रदेश में राज्य राजधानी क्षेत्र यानी एससीआर बनाने के लिए अधिसूचना जारी कर दिया है। एससीआर में कुल 6 जिलों को शामिल किया गया है।
UP SCR: NCR यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के तर्ज पर अब यूपी में SCR राज्य राजधानी क्षेत्र का विकास किया जाएगा। इसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार एक्शन मोड में आ गई है। राज्य सरकार की तरफ से प्रदेश में एससीआर बनाने के लिए शुक्रवार को अधिसूचना जारी किया गया। जारी किए गए इस अधिसूचना के अनुसार, राज्य राजधानी क्षेत्र में लखनऊ सहित आसपास के 6 जिलों को शामिल किया जाएगा।
CM योगी होंगे SCRDA के अध्यक्ष
प्रदेश सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना के अनुसार, लखनऊ सहित हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली व बाराबंकी जिलों को उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र यानी एससीआर में शामिल किया जाएगा। एससीआर का कुल क्षेत्रफल 27,826 वर्ग किमी होगा। उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र के गठन के साथ ही प्रदेश सरकार ने उप्र राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एससीआरडीए) का भी गठन कर दिया है। एससीआरडीए के अध्यक्ष खुद सीएम योगी होंगे और उपाध्यक्ष मुख्य सचिव को बनाया गया है। इस संबंध में आवास एवं शहरी नियोजन विभाग द्वारा शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। एससीआरडीए का मुख्यालय राजधानी लखनऊ में होगा। एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) प्लानिंग बोर्ड की तर्ज पर एससीआरडीए के गठन को लेकर योगी सरकार ने लगभग साढ़े चार से 5 महीने पहले उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र और अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण अध्यादेश - 2024 को मंजूरी दी थी। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की तरफ से इस अध्यादेश को हरी झंडी मिलने के बाद उप्र राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के गठन संबंधी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
जिलों में बनेंगे क्षेत्रीय कार्यालय
दरअसल, समेकित नियोजित विकास के लिए दिल्ली एनसीआर प्लानिंग बोर्ड जैसी दूसरे कई प्रदेशों में भी रीजनल डेवलपमेंट अथॉरिटी की व्यवस्था है। उत्तर प्रदेश में भी क्षेत्रीय स्तर पर सुनियोजित विकास करने के लिए सीएम योगी ने लगभग दो साल पहले विभागीय अधिकारियों को यूपी राज्य राजधानी क्षेत्र व अन्य क्षेत्रीय विकास प्राधिकरणों के गठन के निर्देश दिए थे। राजधानी लखनऊ में एससीआरडीए का मुख्यालय होगा और लोगों की सुविधा के लिए जिलों में क्षेत्रीय कार्यालय बनाए जाएंगे। अफसरों के अनुसार, एससीआरडीए की तरह राज्य में कई रीजनल डेवलपमेंट अथॉरिटी का भी गठन किया जाएगा।
SCR का ये होगा फायदा
उत्तर प्रदेश में एससीआर के गठन से सभी जिलों का सुनियोजित शहरीकरण व विकास किया जाएगा। सरकार के अनुसार, एससीआर से शहरों का एक समुचित ढांचा बनेगा। बुनियादी ढांचे के लिए सलाहकार भी नियुक्त किए जाएंगे। एससीआर में शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व धार्मिक स्थलों को ध्यान में रखकर विकास किया जाता है। लखनऊ SCR में दिल्ली-नोएडा जैसी ऊंची इमारतें भी दिखेंगी। रियल एस्टेट परियोजनाओं के साथ सड़क, पुल और फुट ओवरब्रिज आदि भी बनाए जाएंगे।