UP News: कौन है लेडी सिंघम DSP श्रेष्ठा ठाकुर, पति ने फर्जी IRS अधिकारी बन रचाई शादी
UP News: उत्तर प्रदेश के शामली में तैनात महिला पुलिस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। श्रेष्ठा ठाकुर ने जिस व्यक्ति को आईआरएस अधिकारी समझकर शादी रचाई थी, वह व्यक्ति असल में एक ठग निकला।
UP News: आज के समय में हर किसी को एक अच्छे जीवन साथी की तलाश रहती है। जमाना इतना आगे बढ़ चुका है कि इन सब चीजों के लिए भी ऑनलाइन ऐप मौजूद है। मगर इन सुविधाओं के होने के बावजूद कई बार लोग ठगी का शिकार भी हो जाते है। मेट्रोमोनियल साइट पर झूठी जानकारी साझा करके आम लोगों को ठगने के मामले तो अक्सर आते रहते हैं। लेकिन ताजा मामला जो बेहद चौंकाने वाला है, उत्तर प्रदेश के शामली में तैनात महिला पुलिस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर के साथ भी धोखाधड़ी की गई है। श्रेष्ठा ठाकुर ने जिस व्यक्ति को आईआरएस अधिकारी समझकर शादी रचाई थी, वह व्यक्ति असल में एक ठग निकला। इसके साथ ही, लाखों का फर्जीवाड़ा का मामला भी सामने आया है।
कौन है यूपी की लेडी सिंघम?
श्रेष्ठा ठाकुर, जो कि फिलहाल 2012 बैच की पीपीएस अधिकारी हैं और यूपी के शामली में तैनात हैं, काफी तेज तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में पहचानी जाती हैं। उनका बचपन से लेकर अब तक का सफर चौंकाने वाला है। उनकी कहानी में छेड़छाड़ से लेकर पुलिस अफसर बनने तक कई मोड़ आए हैं। आखिर कानपुर की रहने वाली एक श्रेष्ठा ठाकुर यूपी की लेडी सिंघम कैसे बन गईं? श्रेष्ठा बचपन में छेड़छाड़ की शिकार हुई थीं। इसके बाद जब वो आगे पढ़ाई के लिए कानपुर पहुंची तो उन्होंने देखा कि कई लोग अक्सर कॉलेज के बाहर लड़कियों को छेड़ा करते थे। श्रेष्ठा ठाकुर ने पुलिस सेइस बारे में शिकायत की मगर किसी ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। उसी वक्त उन्होंने ठान लिया कि वो खुद पुलिस अफसर बनेंगी और लड़कियों से छेड़छाड़ करने वाले लोगों को सबक सिखाएंगी।
शादी से तलाक तक का क्या है पूरा मामला
गाजियाबाद के कौशांबी थाना पुलिस को उनके द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, 2018 में उनकी शादी रोहित राज नामक शख्स के साथ हुई थी। रोहित राज ने खुद को 2008 बैच का आईआरएस अधिकारी बताया था, जो कि शिकायत के अनुसार सत्य नहीं था। हालाँकि महिला अधिकारी ने अपनी तरफ से छानबीन की थी। लेकिन ठग ने खुद की तैनाती रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर बताई थी। जिनकी तैनाती सही में रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर पोस्टिड थे। परन्तु इसकी जानकारी उन्हें शादी के बाद कुछ महीने बाद हो गई थी। वह जान गई थी कि उनके पति कोई आईआरएस अधिकारी नहीं है, लेकिन शादी को बचाए रखने के लिए उन्होंने अपने पति का कहना माना। लेकिन उनके पति की धोखाधड़ी की आदतें बढ़ती ही जा रही थी और उनका पति और लोगों से भी ठगी करने लगा। महिला अधिकारी के नाम से उनका पति लोगों को डराने-धमकाने लगा और रुपए ठगने लगा। इन सब परेशान हो कर शादी के 2 साल बाद महिला अधिकारी ने अपने धोखेबाज पति से तलाक ले लिया।
फर्जी लेनदेन के आरोप में किया गिरफ्तार
तलाक लेने के बावजूद, महिला अधिकारी के पूर्व पति ने लखनऊ में प्लाॅट खरीदने के नाम पर 15 लाख रुपए की राशि फर्जी साइन कर निकाल ली थी। इसके बाद, महिला अधिकारी ने इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस ने आरोपी ठग रोहित को पकड़ लिया है।