सुलतानपुर: सीएम साहब, हम जिन्दा है। ग्राम विकास अधिकारी ने हमें मृतक दिखा कर पेंशन ही रोक दी है। जिससे भरण पोषण मुश्किल हो गया है। जी हां, यह नमूना है सरकारी कर्मियों की लापरवाही का। कस्बे से सटे गांव सैतापुर सराय की महिला राजकली के पति की करीब 20 वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। उसे सरकारी विधवा पेंशन मिलती थी। अब उसे मृतक दिखाकर पेंशन रोक दिया गया है।
सैतापुर सराय गांव का मामला
पीड़िता विधवा महिला राजकली दूसरों के घर मे कामकाज करके जीवन यापन करती थी। जिससे उसका किसी तरह जीवन यापन होता रहा। बीते माह उसकी छमाही पेंशन खाते में नहीं आई तो वह परेशान हो गई। राजकली ने इसके लिए तहकीकात शुरू की तो जो जानकारी उसे मिली, उससे वह दंग रह गई। ग्राम विकास अधिकारी ने राजकली को मृतक दिखाकर रिपोर्ट खण्ड विकास अधिकारी के जरिए जिला प्रोवेशन अधिकारी को भिजवा दी थी। जिससे उसके खाते में आने वाली विधवा पेंशन पर रोक लगा दी गई।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बाबत राजकली ने जिले के अफसरों के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमें अपनी बदहाल स्थिति का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। उधर, खण्ड विकास अधिकारी अमर नाथ शुक्ल ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो महिला का जीवित प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिया जाय तो रिपोर्ट भेजकर पेंशन फिर से शुरू करा दी जाएगी।