Meerut News: युवा कवि दुर्गेश दुबे ने बांधा समां, कोई हसरत कभी पलेगी नहीं, तुझको मेरी कमी खलेगी नहीं
Meerut News: कविता शब्द के हर अक्षर को यदि विच्छेदित किया जाए तो कल्पना विचार और तालमेल में संयोजित होता है, अर्थात कल्पना और विचार के तालमेल से ही कविता का जन्म होता है।
Meerut News: कोई हसरत कभी पलेगी नहीं तुझको मेरी कमी खलेगी नहीं, राजनीति में प्यार तो चल जाएगा पर प्यार में राजनीति चलेगी नहीं, अपने काव्य के माध्यम से युवा कवि दुर्गेश दुबे (Young poet Durgesh Dubey) ने तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार (Journalism and Mass Communication) स्कूल में अपना काव्य पाठ किया।
कल्पना और विचार के तालमेल से ही होता है कविता का जन्म
इससे पहले उन्होंने कहा कि भारतीय साहित्य (Indian literature) के श्रेष्ठ कवि गोपाल दास नीरज ने कहा है कि मानव होना भाग्य की बात है लेकिन कवि होना सौभाग्य की बात है कविता शब्द के हर अक्षर को यदि विच्छेदित किया जाए तो कल्पना विचार और तालमेल में संयोजित होता है, अर्थात कल्पना से ही विचार उत्पन्न होते हैं, कल्पना और विचार के तालमेल से ही कविता का जन्म होता है।
इस अवसर पर संचालन कर रहे लव कुमार ने कहा कि कविता अभिव्यक्ति का एक ऐसा माध्यम है जो हृदय की गहराइयों तक अपनी बात पहुंचाने में सक्षम है यही कारण है कि गद्य के अपेक्षा पद्य का प्रभाव अधिक होता है।
साहित्य में सबका हित समाहित होता है
डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कवि नीरज प्रेम और सिंगार की रचनाओं को भी लिखते थे, वहीं सामाजिक जागरूकता के लिए भी अपनी कविताओं के माध्यम से सार्थक करते थे। साहित्व भावम साहित्यम अर्थात साहित्य वह है जिसमें सबका हित समाहित होता है हिंदी कविता वह है जो सब के हितों का संवर्धन करती आई है और करती रहेगी।
तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निर्देशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने कहा कि यह एक अनोखी पहल है इससे हमें अपनी संस्कृति और साहित्य की जानकारी प्राप्त होती है इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। उन्होंने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान मितेंद्र कुमार गुप्ता, ज्योति वर्मा, राकेश कुमार, उपेश दीक्षित एवं विभाग के छात्र और छात्राएं मौजूद रहे।