बिहार के सरकारी स्कूलों का हाल टीचरों को नहीं पता स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम का नाम
मधुबनी जिला के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सरौनी पहुंचे तो हमें पता चला की स्कूल में पहले वर्ग से लेकर पांचवी वर्ग तक के बच्चों को स्कूल के सिर्फ दो कक्षा रूम में पढ़ना पड़ता है।
Newstrack बिहार की जनता की आवाज बनने के सफर मे जब हमने मधुबनी जिला की जनता से बात की, तो हमने देखा कि शिक्षा व्यवस्था को लेकर कहीं ना कहीं जनता असंतुष्ट हैं। इसी कड़ी में जब हम मधुबनी जिला के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सरौनी पहुंचे तो हमें पता चला की स्कूल में पहले वर्ग से लेकर पांचवी वर्ग तक के बच्चों को स्कूल के सिर्फ दो कक्षा रूम में पढ़ना पड़ता है। कारण यह है की स्कूल में सिर्फ दो ही कमरे हैं। इस मामले को लेकर जब हमने प्रधानाध्यापक से बात किया तो पता चला कि उन्होंने कई बार पहले शिक्षा विभाग को इस समस्या से अवगत करा चुके हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर कोई भी काम नहीं हुआ है। बात अगर शिक्षा से जुड़ी की जाए तो जब एक कमरे में दो क्लास के बच्चे पढ़ेंगे तो इसी से आकलन लगाया जा सकता है, हालांकि इस वीडियो में हमने शिक्षा स्तर को साफ-साफ दर्शाया है।