Varanasi News: ताजिया के रास्ते में विवाद, शिया और सुन्नी समुदाय में बवाल
Varanasi News: शिया समुदाय के ताजिए में अचानक सुन्नी समुदाय के युवकों के द्वारा अपना ताजिया घुसा दिया गया, जिसके बाद शिया और सुन्नी में बवाल होने लगा बवाल बढ़ते बढ़ते पथराव का रूप धारण कर लिया। जिसके चलते मौके पर हालात बेकाबू हो गया।
Varanasi News: शनिवार को प्रदेश की कई जगहों पर ताजिया निकालने को लेकर हुए विवाद में हिंसक झड़प हुई। इसमें वाराणसी भी अछूता नहीं रहा।वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के दोषीपुरा के सदर इमामबाड़ा से लाट सरैया तक शिया समुदाय के लोग अपना ताजिया ले जाकर ठंडा करते हैं, यह उनका हर साल का परंपरागत मार्ग है। शिया समुदाय के ताजिए में अचानक सुन्नी समुदाय के युवकों के द्वारा अपना ताजिया घुसा दिया गया, जिसके बाद शिया और सुन्नी में बवाल होने लगा बवाल बढ़ते बढ़ते पथराव का रूप धारण कर लिया। जिसके चलते मौके पर हालात बेकाबू हो गया।
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने आनन फानन में कई थानों की फोर्स पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। दोनों समुदायों के लोगों से हाथ जोड़कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते रहे। लेकिन 3 घंटे तक दोनों समुदायों के बीच गोरिल्ला युद्ध जारी रहा।
हर साल की भांति इस बार भी परंपरागत तरीके से सिया समुदाय के लोग सदर इमामबाड़ा से ताजिया उठाए लेकिन कुछ अराजक तत्वों के द्वारा सिया समुदाय के ताज़िए में अचानक प्रवेश कर गये।इसको लेकर सिया और सुन्नी में विवाद होने लगा। जिस पर सिया समुदाय के बुजुर्गों ने जब समझाने का प्रयास किया तो सुन्नी पक्ष की तरफ से नई परंपरा की शुरुआत करने वाले लोग तलवार निकाल लिए और सिया समुदाय के ताज़िए पर ईंट पत्थरों से हमला बोल दिया।इस हमले में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए दर्जनभर गाड़ियों में तोड़फोड़ किया गया साथ ही पुलिस की बोलेरो गाड़ी को भी चकनाचूर कर दिया। इंस्पेक्टर सुधीर सिंह की तहरीर पर 150 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की कर रही पहचान
वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के दोषीपुरा के इमाम चौक पर सिया और सुन्नी के बीच हुए बवाल का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिल चुका है सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई में जुटी हुई है। सीसीटीवी फुटेज में पत्थर चला रहे युवकों पर पुलिस अब नकेल कसने की तैयारी में है। 3 घंटे तक सड़क पर गोरिल्ला युद्ध चलता रहा। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन हाथ जोड़कर दोनों पक्षों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते रहे लेकिन पुलिस कमिश्नर के अपील का कोई खास असर नहीं दिखा शिया और सुन्नी समुदाय के युवकों की तरफ से पथराव होता रहा।
पुलिस ने 150 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है। एलआईयू का लोकल इंटेलिजेंस सूचना तंत्र भी पूरी तरीके से फेल नजर आया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस क्षेत्र में चहलकदमी की है तो बवाली घर छोड़कर ताला बंद कर फरार हो चुके हैं। कई घर तो ऐसे हैं जहां घरों के अंदर सिर्फ महिलाएं बच गई हैं पुरुष फरार हो चुके हैं।
क्षेत्र में है शांति लेकिन स्थिति तनावपूर्ण
ताजिया निकालने के विवाद में हुए बवाल के बाद दोषी पुरा नक्की घाट समेत मुस्लिम क्षेत्रों की स्थिति शांतिपूर्ण है लेकिन अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है। दोषी पुरा क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है पीएससी और रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई है। पुलिस की तरफ से सुबह में रुट मार्च भी किया गया। लाउड हेलर के माध्यम से करके लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है।पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर शांति व्यवस्था को कायम करने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस और एलआईयू का सूचना तंत्र हुआ फेल
दोषीपुरा में ताजिया के जुलूस को लेकर जिस तरह से शिया और सुन्नी समुदाय के लोग आमने सामने आए उससे लोकल इंटेलिजेंस यूनिट एलआईयू का फेल्योर साफ तौर पर दिखा। जैतपुरा थाने का भी बड़ा फेल्योर था। दोषी पुरा में इससे पहले भी ताजिया निकालने के विवाद में शिया और सुन्नी समुदाय के लोग आमने सामने आ चुके हैं लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन देर से जगा तब तक बवाल हो चुका था। बवाल होने के बाद वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के द्वारा अब सभी मुस्लिम क्षेत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
ताजिया निकालने का विवाद नया नहीं है पहले भी हो चुका है बवाल
साल 2000 2004 2012 2017 और 2022 मैं इसी क्षेत्र में शिया और सुन्नी के गुटों में बवाल हो चुका है हर बार बवाल का प्रमुख केंद्र बिंदु ताजिया जुलूस के मार्ग को लेकर होता है। शिया समुदाय अपने निर्धारित रूट से चल रहा था लेकिन सुन्नी समुदाय के कुछ मन बढ़ युवकों के द्वारा ताजिया के जुलूस में जबरदस्ती प्रवेश किया गया और वाद विवाद करते हुए शिया समुदाय के लोगों पर तलवार दिखाकर हमले की धमकी देने लगे। जिसके बाद पूरा बवाल शुरू हुआ दोनों तरफ से पथराव होने लगा और इस पथराव में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए।